संस्कृत महाकाव्य लिखकर डाॅ एमएल आर्य ने बढ़ाया हिमाचल का गौरव

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आवाज़ ए हिमाचल

अभिषेक मिश्रा,बिलासपुर
30 दिसंबर।डीएबी कालेज कांगड़ा के पूर्व प्रोफेसर डॉ मनोहर लाल आर्य ने हिमाचल प्रदेश पर संस्कृत महाकाव्य लिखकर हिमाचल प्रदेश को गौरवान्वित किया है।27 दिसंबर 2020 को पतंजलि योगपीठ हरिद्वार के अनुसंधान संस्थान में चल रही एक सर्वोच्च शास्त्रीय कार्यशाला का औपचारिक उद्घाटन वैद्यशिरोमणि आचार्य बालकृष्ण के नेतृत्व में डाॅ धनसिंह रावत, उच्चशिक्षा राज्यमंत्री, उत्तराखंड ने किया।

इस अवसर पर पतंजलि योगपीठ हरिद्वार में शास्त्रलेखन कार्य में संलग्न, हिमाचल प्रदेश के सुप्रतिष्ठित विद्वान् व आशुकवि डॉ आर्य द्वारा लिखित हिमाचलदर्शन॑ नामक महाकाव्य का विमोचन किया गया, आचार्य बालकृष्ण जी ने डॉ आर्य की विद्वत्ता की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए उन्हें आज के लब्ध प्रतिष्ठित आशुकवि बतलाया। डॉ आर्य के इससे पहले भी पांच संस्कृत ग्रंथ प्रकाशित हो चुके हैं।

डॉ मनोहर लाल आर्य अपने लेखन द्वारा लगातार हिमाचल प्रदेश का गौरव वर्धन करते आ रहे हैं। इस अवसर पर श्री दिलीप सिंह रावत, विधायक उत्तराखंड, डॉ प्रणव सिंह चैंपियन, विधायक उत्तराखंड, सहकारी संस्थान से श्री वर्मा जी, डॉ वेदप्रकाश उपाध्याय,चण्डीगढ, डॉ सत्यपाल, डॉ हरिसिंह, डॉ रवीन्द्र मार्कण्डेय, डॉ सुभाष कौशिक हरियाणा से, डॉ राजेश मिश्रा, डॉ भास्कर जोशी, डॉ सविता, डॉ करुणा, डॉ स्वाति, डॉ पल्लवी राय आदि मूर्धन्य विद्वान उपस्थित थे।

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