बीरभूम हिंसा पीड़ितों से मिलकर ममता ने किया सरकारी नौकरी व 6 लाख मुआवजे का एलान

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आवाज़ ए हिमाचल 

 कोलकाता, 24 मार्च। बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को बीरभूम जिले के रामपुरहाट में बोगटूई गांव का दौरा किया जहां तृणमूल कांग्रेस के नेता की हत्या के बाद हुई हिंसा में कथित भीड़ द्वारा सोमवार रात में घरों में आग लगाने से 10 लोगों की जलकर मौत हो गई थी। घटना के तीन दिन बाद दोपहर में यहां के दौरे पर पहुंचीं ममता ने हिंसा पीड़ितों से मुलाकात कर उनका दर्द जाना। इसके बाद ममता ने हिंसा पीड़ित परिवारों के जख्म पर मरहम लगाते हुए उनके लिए मुआवजे का भी एलान किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हिंसा में मारे गए सभी 10 लोगों के परिवार के एक-एक सदस्य को राज्य सरकार ग्रुप डी की नौकरी देगी। इसके अलावा सभी परिवारों को उन्होंने छह-छह लाख रुपये का मुआवजा देने की भी घोषणा की। इनमें से एक-एक लाख रुपये पीड़ित परिवारों को घर बनाने के लिए दिए जाएंगे, जबकि बाकी पांच लाख रुपये घर चलाने को मदद के तौर पर दिए जाएंगे।

ममता ने इसके साथ ही कहा कि हिंसा में घायल लोगों के बेहतर इलाज के लिए कोलकाता से डाक्टरों की एक विशेष टीम जल्द ही यहां भेजी जाएगी। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने आश्वस्त किया कि हिंसा में शामिल किसी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। उन्हें कठोर से कठोर सजा दी जाएगी। उन्होंने इस हिंसा में शामिल सभी अभियुक्तों की अविलंब गिरफ्तारी का पुलिस को निर्देश दिया। मुख्यमंत्री ने बाद में अस्पताल में घायलों से भी मुलाकात की। इसके बाद वह रामपुरहाट स्थित सर्किट हाउस में वरिष्ठ अधिकारियों संग बैठक करेंगी।

ममता ने रामपुरहाट में प्रशासन की बड़ी लापरवाही की बात मानी

रामपुरहाट के दौरे पर गईं ममता ने कहा कि प्रशासन की तरफ से बड़ी लापरवाही हुई है। तृणमूल कांग्रेस के नेता की हत्या के बाद पुलिस को अलर्ट होना चाहिए था लेकिन ऐसा नहीं हुआ। जो भी इसके पीछे है उन्हें सख्त सज़ा मिलेगी। मृतक के परिवार को पांच लाख, जिनके घर जले है उन्हें एक लाख रुपये और घर चलाने के लिए 10 लोगों को सरकारी नौकरी देने का उन्होंने एलान किया। बीरभूम के रामपुरहाट में तृणमूल नेता की हत्या के बाद सोमवार देर रात भड़कीं हिंसा में कथित रूप से भीड़ द्वारा घरों में आग लगाने से 10 लोगों की मृत्यु हो गई थी।

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