रक्षा मंत्री का बड़ा बयान- खत्म हुआ भारत-चीन सीमा विवाद तनाव

Spread the love

आवाज ए हिमाचल 

11 फरवरी।केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह(Rajnath Singh) ने आज संसद में भारत और चीन के बीच तनाव को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने बताया कि महीनों से जारी भारत चीन सीमा तनाव अब खत्म हो गया है। LAC के पास लद्दाख में भारत और चीन के बीच सैन्य गतिरोध समाप्त हो गया है। राजनाथ सिंह ने आज राज्यसभा में बताया है कि भारत-चीन के बीच LAC के पास पैंगोंग लेक विवाद पर समझौता हो गया है और अब यहां से  दोनों ही देश की सेनाएं अपने सैनिकों को पीछे हटाएंगी।

भारत-चीन सीमा विवाद पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संसद में बयान दिया। राज्यसभा में राजनाथ सिंह ने कड़े शब्दों में कहा कि चीन ने भारत की जमीन पर कब्जा जमा रखा है लेकिन हम अपनी एक इंच भी जमीन नहीं छोड़ेंगे। रक्षा मंत्री ने बताया कि चीन से आग्रह किया गया है कि ‘एलएसी’ को माना जाए। ‘एलएसी’ पर मौजूदा परिस्थिति को बदलने का प्रयास ना हो। दोनों पक्ष आपसी सहमति का पालन करें। राजनाथ सिंह ने राज्यसभा में कहा कि सितंबर 2020 से ही भारत और चीन की सेनाओं और राजनैतिक स्तर पर बातचीत हो रही है।

उन्होंने बताया कि पैंगोंग झील(Pengong Lake) से दक्षिण और उत्तर में समझौता हो गया है। उन्होनें बताया कि दोनों पक्ष अपनी सेनाएं हटाएंगे। चीन फिंगर 8 पर रहेगा और भारत फिंगर 3 पर। राजनाथ सिंह ने बताया कि सीमा पर अप्रैल 2020 से पहले की स्थिति बनाई जाएगी। उन्होंने कहा कि पेट्रोलिंग अभी नहीं होगी। समझौता होने के बाद पेट्रोलिंग फिर से शुरू होगी। कुछ मुद्दे अभी भी बाकी हैं जिन पर आगे भी चर्चा जारी रहेगी।

रक्षा मंत्री ने आगे कहा कि चीन ने पिछले साल एलएसी के आसपास प्रवेश करने का प्रयास किया था हमने कार्रवाई की। गोला बारूद भी पिछले साल इकठ्ठा किया था। चीन लद्दाख के इलाके में अनाधिकृत तरीके से 1962 से कब्जा बना रहा है, पाकिस्तान ने भी चीन को हमारी जमीन दी है। चीन का अनाधिकृत तरीके से 43 हजार वर्ग किलोमीटर कब्जा है। इससे चीन और भारत के संबंधों पर असर पड़ा है. चीन ने गोल बारूद एलएसी पर इकठा कर लिया है।राज्यसभा में राजनाथ सिंह ने कहा कि हम नियंत्रण रेखा पर शांतिपूर्ण स्थिति बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं। भारत ने हमेशा द्विपक्षीय संबंधों को बनाए रखने पर जोर दिया हैष हमारे सुरक्षा बलों ने साबित कर दिया है कि वे देश की संप्रभुता की रक्षा के लिए किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *