आवाज ए हिमाचल
1 जनवरी। दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का स्तर बढ़ गया है। कोहरे के बीच शुक्रवार को भी इसका असर देखा गया। लोगों ने सांस लेने में परेशानी की शिकायत की है। खासतौर से बच्चों, बुजुर्गों और अस्थमा के मरीजों ने सांस लेने में तकलीफ की शिकायत की है। वहीं, इससे पहले दिल्ली-एनसीार में बृहस्पतिवार को नए साल से पूर्व संध्या पर हवा की गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में पहुंच गई। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्डव सफर इंडिया के अनुसार, शुक्रवार को भी देर शाम व रात के वक्त हवा की गुणवत्ता और भी खराब हो सकती है। नए साल के पहले दिन यानी एक जनवरी को भी दिल्ली-एनसीआर में एक्यूआइ बेहद खराब श्रेणी में उच्चतम स्तर पर रह सकता है। लिहाजा, नए साल का जश्न प्रदूषण के बीच होगा।
सीपीसीबी द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली में एक्यूआइ 347 दर्ज किया गया, जो बेहद खराब श्रेणी में है जबकि एक दिन पहले दिल्ली का एक्यूआइ खराब श्रेणी में 290 पर दर्ज हुआ था। दिल्ली के वातावारण में पीएम-10 का स्तर 263 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर व पीएम-2.5 का स्तर 161 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर रहा जबकि पीएम-10 का सामान्य स्तर 100 व पीएम-2.5 का स्तर 60 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर निर्धारित है।वहीं, एनसीआर के शहरों में ग्रेटर नोएडा सबसे अधिक प्रदूषित शहर रहा। ग्रेटर नोएडा में एक्यूआइ 394 और नोएडा में 369 दर्ज किया गया है। सबसे कम एक्यूआइ गुरुग्राम में 317 दर्ज किया गया।