जनमंच नहीं, पूर्व भाजपा सरकार चला रही थी भाजपा मंच: पुनीत मल्ली

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बोले- मुख्यमंत्री की विचारधारा व व्यवस्था परिवर्तन ने तोड़ी भाजपा की कमर

आवाज़ ए हिमाचल 

विकर्म सिंह, धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश कांग्रेस पार्टी के सचिव पुनीत मल्ली ने जारी एक प्रैस विज्ञप्ति में भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि पूर्व भाजपा सरकार के कार्यकाल में प्रदेश में जनमंच नही भाजपा मंच चल रहे थे, जहां पर जनता की नही भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं की समस्याओं को सुना जाता था। उन्होंने भाजपा विधायक सतपाल सत्ती को नसीहत देते हुए कहा कि वे पहले अपने विधानसभा क्षेत्र की जनता को जबाव दे कि उन्होंने अपने क्षेत्र के लिए कौन से विकास के कार्य किए?

पुनीत मल्ली ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू व उप मुखमंत्री मुकेश अग्निहोत्री की जनता के बीच बढ़ती प्रतिष्ठा से भाजपा नेताओं की नींद हराम हो चुकी है। उन्होंने कहा सतपाल सत्ती पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से पहले यह पूछे कि उन्होंने पांच साल सत्ता में रहते हुए विकास के नाम पर कौन सा तीर मारा था। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू का पहला बजट जनता की आकांशाओं पर खरा उतरा है। कांग्रेस का गारंटिया भाजपा नेताओं के लिए सिर दर्द बनी हुई है। उन्होंने कहा कि बजट सत्र में विपक्ष में बैठी भाजपा के पास बोलने के लिए कुछ नहीं है, सदन में शोर कर वहां से बाॅक आउट करना भाजपा की मजबूरी बन चुकी है।

पुनीत मल्ली ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू की विचारधारा व व्यवस्था परिवर्तन ने भाजपा की कमर को तोड़कर रख दिया है। सरकार के चंद महिनों के कार्य से भाजपा अपनी मानसिक स्थिति को खो चुकी है। उन्हांेंने कहा कि प्रदेश मेे डबल इंजन की सरकार बताने के बाद भी पूर्व मुख्यमंत्री जयराम का कार्यकाल निराशा जनक रहा। केंद्र के नेता हिमाचल में रैलियां कर लोगों को मुर्ख बनाते रहे। मल्ली ने आरोप लगाया कि अगर पूर्व भाजपा सरकार व केंद्र में बैठी मोदी सरकार प्रदेश के हित्तों की भलाई चाहते जो आज प्रदेश 75,000 करोड़ के कर्जे के नीचे नही दबा होता। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने अपनी कुर्सी को बचाने के लिए बिना बजट के संस्थानों को खोलकर जनता का अपमान किया, जिसकी सजा जनता उन्हे दे चुकी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सबसे बड़े जिला से पूर्व भाजपा सरकार को 11 विधायक मिलने बाद भी भाजपा ने विकास के नाम पर यहां की जनता को गुमराह किया। प्रदेश में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने 100 दिनों के भीतर जिला कांगड़ा को कई तौहफे दे डाले जो भाजपा को हजम नहीं हो रहे है। उन्होंने कहा आज कांगड़ा की जनता खुद को पर्यटन राजधानी के रुप में देख रही है।

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