शाहपुर की महिला का आरोप,पति को बहला फुसला करवा ली साढ़े 14 कनाल जमीन की रजिस्ट्री

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आवाज़ ए हिमाचल

25 जनवरी।शाहपुर की ग्राम पंचायत दरिणी के गांव ख़रीड़ी निवासी बिमला देवी ने कुछ लोगों पर उनके पति को बहला फुसला कर उनकी जमीन अपने नाम कर लेने का आरोप लगाया है।बिमला देवी का कहना है कि उनके पति चैन सिंह सपुत्र हीरा लाल अनपढ़ है तथा व शराब के नशे में धुत रहते है।उन्होंने अपने पड़ोसी एक व्यक्ति पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे 20 जनवरी की सुबह उनके पति को यह कहकर अपने साथ ले गया कि उन्होंने घोड़ी खरदनी है।

उनके पति जब घर नहीं आए तो उन्होंने अपने पड़ोसी को पति के बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि वे घोड़ी लेने नहीं गए थे तथा तुम्हारा पति ज्वाली में जमीन का बैनामा करवा रहा है।उन्होंने कहा कि उनके पति कई दिनों से गायब रहे।इसकी जानकारी उन्होंने अपने देवर व जान पहचान के लोगों को दी।उन्होंने बताया कि उनके पति के नाम ज्वाली के नाणा में करीब साढ़े 14 कनाल जमीन है तथा कुछ लोगों की नजर उस जमीन पर है।

24 जनवरी की सुबह उन्होंने व उनके देवर ने पत्रकार राजीव पटियाल व पंचायत समिति रैत के पूर्व चेयरमैन राणा ओंकार सिंह से मदद की गुहार लगाई।इस दौरान राजीव पटियाल ने तुरंत एसडीएम कार्यालय ज्वाली को फोन किया तो एसडीएम छुट्टी पर होने के चलते उनकी बात सुप्रिडेंट से हुई।सुप्रिडेंट के नायब तहसीलदार का नम्बर देकर सीधा उनसे बात करने के लिए कहा।नायब तहसीलदार को फोन कर पूरी जानकारी दी तथा उनसे गुहार लगाई की चैन सिंह का पत्नी व परिवार आपके पास आ रहा है तथा डेढ़ घण्टे में यह लोग आपके पास पहुंच जाएंगे।जब तक यह आपके पास न पहुंच जाए तब तक जमीन की रजिस्ट्री न करवाई जाए,लेकिन जब वे तहसील कार्यालय पहुंचे तो जमीन की रजिस्ट्री कर दी थी गई थी तथा जमीन खरीदने वाला व उनके पति भी वहां से गायब हो गए थे।उन्होंने कहा कि वे जमीन बेचना नहीं चाहते है,लेकिन उनके पति को बहला फुसला जमीन की रजिस्ट्री करवा ली है।

उन्होंने सरकार से गुहार लगाई है कि इस रजिस्ट्री को रद्द किया जाए।
राणा ओंकार सिंह ने कहा कि एक तरफ तो सरकार एससी एसटी व गरीब लोगों के उत्थान के लिए बड़ी-बड़ी योजनाएं चलाने व न्याय दिलाने की बात करती है,लेकिन वहीं दूसरी तरफ सरकार के अधिकारी इन लोगों को न्याय दिलाने की बजाए अन्याय कर रहे है।उन्होंने कहा कि नायब तहसीलदार को पूरी व्यथा सुना रजिस्ट्री रोकने का आग्रह किया था,लेकिन उन्होंने गरीब लोगों की फरियाद नहीं सुनी तथा तुरंत रजिस्ट्री कर दी।उन्होंने कहा कि जब पत्नी व भाई ने थोड़ी देर के लिए रजिस्ट्री रोकने का आग्रह किया था तो ऐसी की नौवत आ गई थी कि परिवार का इंतजार किए बिना ही रजिस्ट्री कर दी गई।उन्होंने कहा कि जयराम सरकार को ऐसे अधिकारियों पर नकेल कसनी चाहिए।उन्होंने कहा कि हैरानी की बात तो यह है कि जब नायब तहसीलदार से इस बारे पूछना चाहा तो पहले उन्होंने पुलिस बुलाने की धमकी दी तथा बाद में यहां तक कह दिया कि जो करना है,जो केस उनके पर करना है वे कर ले,जोकि सही नहीं है।


उधर,नायब तहसीलदार ने कहा कि जमीन बेचने वाला व्यक्ति उनके सामने खड़ा था तथा वे रजिस्ट्री नहीं रोक सकते थे।जमीन बेचने वाले की पत्नी जब उनके पास पहुंची उससे पहले रजिस्ट्री हो चुकी है,फिर भी।उन्होंने इंतकाल रोक दिया है।

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