शर्मनाकः स्कूल प्रिंसिपल ने 10 साल की बच्ची से की रेप की कोशिश

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आवाज़ ए हिमाचल    

लुधियाना। थाना बस्ती जोधेवाल के इलाके कैलाश नगर में स्थित एक प्राइवेट स्कूल के अधेड़ प्रिंसीपल ने 10 साल की बच्ची को बहाने से घर बुलाकर उसके साथ दुष्कर्म करने की कोशिश की है। आरोपी पर कार्रवाई की बजाय पुलिस 2 दिनों से बार-बार पीड़ित परिवार को थाने बुलाकर समझौते का दबाव बना रही है। पीड़ित परिवार का आरोप है कि पुलिस उनकी सुनवाई नहीं कर रही है, बल्कि आरोपी पक्ष का साथ दे रही है।

पीड़िता की मां ने बताया है कि उसके पति की मौत हो चुकी है। उसकी 2 बेटियां हैं। वह कामकाज कर अपना और बेटियों का पेट पालती है। उनके इलाके में एक प्राइवेट स्कूल है जहां उसकी बेटी छठी क्लास में पढ़ती है। इसके साथ ही वह स्कूल में सफाई भी करती है। जितने पैसे मिलते हैं, उससे वे स्कूल की फीस भर देती है। पीड़िता की मां का कहना है कि 2 दिन पहले शाम को स्कूल प्रिंसीपल उसके घर पर आया था। वह घर पर मौजूद नहीं थी। उसकी बेटियां घर पर थी। उसने बड़ी बेटी को सफाई के लिए बुलाया था, इसलिए उसकी बेटी चली गई थी। वहां स्कूल प्रिंसीपल ने उसकी बेटी के साथ गंदी हरकतें कीं और उसके साथ दुष्कर्म की कोशिश की। जब उसकी बेटी रोने लगी तो आरोपी ने कुछ पैसे देकर घर भेज दिया और कहा कि वह किसी को कुछ न बताए।

पीड़िता की मां का कहना है कि घर पहुंचने के बाद बेटी ने सारी बात उसे बताई। इसके बाद उसने अपने आस-पड़ोस को इकट्ठा कर सारी घटना के बारे में बताया। इसके बाद लोगों ने स्कूल के बाहर पहुंचकर हंगामा कर दिया और सूचना पुलिस को दी गई। थाना बस्ती जोधेवाल से पुलिस मुलाजिम मौके पर पहुंचे और आरोपी व्यक्ति को अपने साथ थाने ले गए थे।

एस.एच.ओ. छुट्टी पर होने का लगाया बहाना

पीड़िता की मां का आरोप है कि घटना वाले दिन पुलिस ने सिर्फ शिकायत लिखने में कई घंटे लगा दिए थे। थाने में मौजूद पुलिस मुलाजिमों का बहाना था कि एस.एच.ओ. छुट्टी पर है। उनके आने के बाद ही शिकायत लिखी जाएगी। ऐसा कर कई घंटे पुलिस ने उन्हें थाने के अंदर ही बिठाए रखा। फिर मोहल्ले के लोगों द्वारा रोष जाहिर करने के बाद जाकर उनकी शिकायत लिखी गई।

आरोपी 2 दिन से हिरासत में, मगर कार्रवाई कुछ नहीं

पीड़िता की मां का आरोप है कि पुलिस ने आरोपी को उसी दिन हिरासत में ले लिया था, मगर बार-बार कहने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। आरोपी पर कार्रवाई की बजाय उलटा समझौता करने का दबाव बना रही है। उन्हें थाने में ही कभी नीचे और कभी ऊपर के चक्कर लगाए जा रहा हैं।

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