12 नवम्बर। पंजाब विधानसभा के विशेष सत्र के दूसरे दिन सदन में जबरदस्त हंगामा हुआ। हंगामा इतना बढ़ा कि हाथापाई की नौबत आ गई। सीएम चन्नी ने बिक्रम सिंह मजीठिया से कहा कि आपका रोम-रोम गंदगी से जुड़ा है। आप नशे के कारोबार से जुड़े रहे हो। इस पर अकाली दल के सदस्य भड़क गए और मुख्यमंत्री की चेयर के सामने पहुंच गए। कांग्रेस के सदस्यों ने सीएम चन्नी के आगे ढाल बना दी और बहस शुरू कर दी।
हंगामे के बीच स्पीकर ने सदन की कार्रवाई स्थगित कर दी। सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद भी मुख्यमंत्री की चेयर के सामने अकाली और कांग्रेसी सदस्यों के बीच बहस जारी रही। सीएम अपनी चेयर पर बैठे रहे और चारों तरफ से कांग्रेस के विधायकों ने एक घेरा बना लिया। मंत्री ओपी सोनी मजीठिया को समझाते दिखाई दिए, वहीं राजा वड़िंग,
परगट सिंह, सुखजिंदर रंधावा, कुलजीत नागरा और अन्य सदस्य अकालियों से उलझे। राजा वड़िंग और मजीठिया के बीच काफी बहस हुई। अन्य कांग्रेसी भी अकालियों से लगातार विवाद करते रहे। मंत्री तृप्त बाजवा ने कांग्रेसी विधायकों को समझा-बुझाकर सीटों पर बिठाया। इसके बाद अकाली सदस्यों ने वेल में नारेबाजी शुरू कर दी। इस शोर-शराबे के बीच कृषि कानूनों संबंधी प्रस्ताव सर्व-सम्मति से पारित कर दिया।