अब ईटीटी भर्ती पर उठे सवाल; सिरमौर में विजिलेंस ने उपनिदेशक से मांगा रिकार्ड, डिप्लोमा में धांधली के आरोप

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आवाज़ ए हिमाचल 

शिमला। हिमाचल में जेबीटी के पदों पर हो रही ईटीटी की भर्ती के मामले में राज्य विजिलेंस ब्यूरो ने जांच शुरू कर दी है। हालांकि अभी यह जांच एक शिकायत पत्र के आधार पर है। सिरमौर जिला में एलिमेंटरी विभाग के उपनिदेशक से विजिलेंस ब्यूरो ने 2018 के बाद जेबीटी के पदों पर कोई ईटीटी डिप्लोमा धारकों की नियुक्ति से संबंधित दस्तावेज मांगे हैं। डिप्टी डायरेक्टर ने सभी खंड प्राथमिक शिक्षा अधिकारियों को यह दस्तावेज उपलब्ध करवाने के लिए कहा है। हालांकि इस बारे में अभी कोई मामला दर्ज नहीं हुआ है। विजिलेंस के पास सिरमौर जिला से एक शिकायत आई थी। इसमें आरोप लगाया गया था कि जेबीटी भर्ती में भारी अनियमित्ता बरती गई है।

शिकायत के आधार पर विजिलेंस ने शिक्षा उपनिदेशक सिरमौर जिला को पत्र भेजकर रिकार्ड तलब किया है। इसमें पूछा गया है विभाग में जेबीटी के पदों पर कितने शिक्षक ऐसे लगाए गए हैं जिन्होंने ईटीटी डिप्लोमा यानी डिप्लोमा इन एलिमेंटरी टीचर ट्रेनिंग किया हुआ है। जब यह नियुक्ति हुई थी तब वह क्या उसके लिए पात्र थे। इसका पूरा नाम व पता, मोबाइल नंबर सहित जानकारी उपलब्ध करवाए। विभाग को विजिलेंस को यह भी बताना होगा यह कब से विभाग में कार्यरत हैं। इनकी ईटीटी डिप्लोमा की छाया प्रति भी विजिलेंस को भेजनी होगी। वर्ष 2018 के बाद जेबीटी के पदों पर तैनात शिक्षकों का यह रिकार्ड देना होगा। उपनिदेशक सिरमौर को विजिलेंस ब्यूरो ने यह पत्र जारी किया है। दो दिनों के भीतर इसका रिकार्ड भेजने के निर्देश दिए हैं।

फर्जी डिप्लोमा से नौकरी

विजिलेंस पूरा रिकार्ड लेने के बाद मामले की जांच करेगा। इसलिए डिप्लोमा की छाया प्रति मांगी गई है। इसमें देखा जाएगा कि इनके डिप्लोमा किस संस्थान से हैं। हिमाचल में कई बाहरी राज्यों से डिप्लोमा करके आए हुए हैं। इसकी प्रॉपर वेरिफिकेशन भी नहीं हुई है। आरोप ये है कि कुछ लोगों ने फर्जी डिप्लोमा लेकर नौकरी पात्र कर ली, जिन्होंने नियमित जेबीटी व डिप्लोमा इन एलिमेंटरी एजुकेशन (डीएलएड) किया है, उन्हें नौकरी का मौका नहीं मिला।

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