आवाज ए हिमाचल
30 दिसम्बर। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने आज डिजिटल गवर्नेंस के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले लोगों का सम्मान किया। राष्ट्रपति कोविंद ने आज डिजिटल इंडिया पुरस्कार प्रदान किए। इस दौरान राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि डिजिटल इंडिया अवार्ड्स नागरिकों को उनकी आकांक्षाओं को प्राप्त करने और भारत को डिजिटल महाशक्ति बनाने के लिए सशक्त बनाने के लिए सरकार के समग्र दृष्टिकोण को दर्शाता है। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से डिजिटल इंडिया अवार्ड 2020 में शामिल हुए।इस दौरान राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि ये साल अब समाप्त होने वाला है और हमें उम्मीद है कि महामारी भी जल्द ही समाप्त हो जाएगी। उन्होंने आगे कहा कि यह कहना अतिश्योक्ति नहीं होगी कि कोरोना वायरस ने सामाजिक संबंधों, आर्थिक गतिविधियों, स्वास्थ्य देखभाल, शिक्षा और जीवन के कई अन्य पहलुओं के मामले में दुनिया को बदल दिया है।
इस दौरान राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि भारत न केवल गतिशीलता-प्रतिबंधों के प्रतिकूल प्रभाव को कम करने के लिए तैयार था, बल्कि विभिन्न अखाड़ों में आगे बढ़ने के अवसर के रूप में संकट का भी उपयोग किया। यह केवल इसलिए संभव हो पाया क्योंकि हाल के वर्षों में डिजिटल बुनियादी ढांचे को मजबूत किया गया है।उन्होंने कहा कि तकनीकी विकास को अक्सर ‘व्यवधान’ के रूप में जाना जाता है, लेकिन इस साल उन्होंने हमें बड़े व्यवधान को काफी हद तक दूर करने में मदद की। राष्ट्रपति ने कहा कि सरकार के लिए भी, सूचना प्रौद्योगिकी नागरिकों को विभिन्न प्रकार की सेवाएं प्रदान करने और अर्थव्यवस्था के पहियों को मोड़ने के लिए सबसे महत्वपूर्ण उपकरणों में से एक था।
राष्ट्रपति ने कहा कि मजबूत आईसीटी प्रवेश के कारण हमारे जीवन में एक महत्वपूर्ण कदम डिजिटल समावेश है। इस डिजिटल समावेश ने हमारे जीवन को इंटरनेट, इंटरनेट बैंकिंग या यूनीफाइड पेमेंट इंटरफेस या यूपीआई के माध्यम से भुगतान के रूप में सबसे सरल तरीकों से छुआ है क्योंकि यह लोकप्रिय हैडिजिटल इंडिया विजन की तर्ज पर यह पहली बार हो रहा है कि डिजिटल इंडिया पुरस्कार की पूरी प्रक्रिया को आनलाइन किया जा रहा है। इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय के तहत राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र ई-गवर्नेंस और सरकारी सेवा वितरण तंत्र के डिजिटल परिवर्तन में नवाचार को बढ़ावा देने के लिए द्विवार्षिक डिजिटल इंडिया अवार्ड का आयोजन किया गया। पुरस्कार के लिये नामांकन, उसकी स्क्रीनिंग से लेकर पुरस्कार वितरण समारोह तक पूरी प्रक्रिया आनलाइन हुई। इलेक्ट्रानिक्स और आईटी मंत्रालय के तहत राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केन्द्र (एनआईसी) द्वारा प्रत्येक दो साल में डिजिटल इंडिया पुरसकार का आयोजन किया जाता है। संचार और आईटी मंत्री, रविशंकर प्रसाद, और आईटी सचिव अजय साहनी और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस वर्चुअल कार्यक्रम में शामिल हुए।