फ्लैट बनाने के लिए हिमुडा के पास पैसा नहीं
आवाज़ ए हिमाचल
शिमला। हिमाचल आवास और शहरी विकास प्राधिकरण (हिमुडा) अब जाठिया देवी में फ्लैट नहीं, बल्कि प्लॉट बेचेगा। रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी एक्ट (रेरा) ने हिमुडा को प्लॉट बेचने की अनुमति दे दी है। जमीन पर प्लॉट काट दिए गए हैं। अब हिमुडा लोगों से प्लॉट खरीदने के लिए आवेदन मांगने जा रहा है। हिमुडा ने वर्ष 2012-13 में जाठिया देवी में 243 बीघा जमीन खरीदी थी। इसमें से 153 बीघा जमीन पर करीब 500 प्लॉट तैयार किए जा रहे हैं।
पहले इस जमीन पर टाउनशिप बनाने का प्रस्ताव था। इसके लिए हिमुडा ने बाकायदा सिंगापुर की सरकारी कंपनी के साथ एमओयू साइन किया था। इस बीच नेशनल ग्रीन ट्रिूब्यूनल (एनजीटी) ने शिमला प्लानिंग एरिया में ढाई से अधिक मंजिला भवनों के निर्माण पर रोक लगा दी और सिंगापुर कंपनी ने टाउनशिप और कालोनियां बनाने से हाथ पीछे खींच लिए। एमओयू में जमीन हिमुडा की रहनी थी, जबकि निर्माण कार्य कंपनी ने करना था।
फ्लैट बचने पर दोनों की बराबर हिस्सेदारी होनी थी। अब हिमुडा ने प्लॉट बेचने का निर्णय लिया है। कुल 243 बीघा में से 153 बीघा जमीन पर प्लॉट बेचे जाने हैं। शेष जमीन को फिलहाल अभी खाली रखा जाएगा। बाद में इस जमीन को उपयोग में लाया जाएगा। जाठिया देवी के लिए सड़कें, बिजली और पानी की व्यवस्था हिमुडा कराएगा। हिमुडा खुद प्लॉट तैयार कर लोगों को देगा। इसमें हिमाचल और बाहरी राज्य दोनों को प्लॉट दिए जाएंगे। जाठिया देवी में कालोनियां बनाने के लिए हिमुडा के पास पैसा नहीं है। बताया जा रह है कि प्लॉट बेचकर आने वाली राशि से शेष जमीन पर कालोनियों का निर्माण किया जा सकता है।