हमीरपुर एनआईटी के छात्रों में खूनी झड़प, सड़क पर दौड़ा-दौड़ा एक दूसरे को पीटा

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आवाज़ ए हिमाचल 

हमीरपुर। राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) हमीरपुर में शनिवार देर रात छात्रों में खूनी झड़प हो गया। करीब 25 विद्यार्थियों के बीच डंडे, लोहे की रॉड, ईंटें और पत्थर चले। मारपीट की यह घटना एनआईटी के प्रशासनिक ब्लॉक के ठीक सामने सेंट्रल ब्लॉक में हुई, जहां पर काफी तादाद में विद्यार्थी इकट्ठे हुए थे। सड़क पर दौड़ा-दौड़ा कर विद्यार्थी एक-दूसरे को बुरी तरह पीटते नजर आए। इससे पूरे संस्थान परिसर में कोहराम मच गया।

इस दौरान 12 के करीब छात्रों के घायल होने की भी खबर है। भिड़ंत शनिवार रात करीब 11 बजे तक जारी रही। प्रशासनिक अधिकारी जब तक मौके पर पहुंचे, विद्यार्थी एक-दूसरे की जमकर पिटाई कर चुके थे। बीटेक प्रथम और बीटेक द्वितीय वर्ष के विद्यार्थियों के बीच यह मारपीट हुई है। इसके चलते प्रशासनिक अधिकारी इसे रैगिंग की द़ृष्टि से भी देख रहे हैं।

हालांकि, संस्थान की ओर से पुलिस को सूचना नहीं दी गई, लेकिन रविवार सुबह जैसे ही मारपीट की इस घटना के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए तो पुलिस ने स्वयं संज्ञान लिया और मौके पर जांच के लिए पहुंच गई। वहीं, संस्थान ने भी मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी गठित कर दी है। मारपीट करने वाले ये विद्यार्थी संस्थान परिसर के भीतर ही बने कैलाश और नीलकंठ दो अलग-अलग हॉस्टलों में रहते हैं।

घटना के बाद हॉस्टल के बाहर सुरक्षा कर्मी की तैनाती रातभर जारी रही। हॉस्टल में प्रवेश को लेकर समय में जो बदलाव हुआ है, उसी के बाद इस तरह की परिस्थिति बनी है। दरअसल एनआईटी में पांच दिन का कार्यदिवस होता है। शनिवार और रविवार को अवकाश रहता है। संस्थान परिसर के भीतर स्थित कैफे और खानपान की अन्य दुकानें देर रात तक खुली रहती हैं। हॉस्टलों में विद्यार्थियों की एंट्री का टाइम बदल चुका है। पिछले कुछ समय से इसमें छूट दी गई है।

फेयर निंबस-2023 की तैयारी कर रहे स्टूडेंट्स

कैंपस में आयोजित होने वाले स्टूडेंट्स फेयर निंबस-2023 की तैयारियां कर रहे हैं। यह उत्सव वैसे तो मार्च के शुरू में प्रस्तावित था, लेकिन इसे अब अप्रैल के लिए स्थगित किया गया है। इसी वजह से पिछले कुछ दिन से देर रात तक विद्यार्थी इसकी तैयारी में जुटे थे। इसके बाद मारपीट का यह मामला सामने आया।

डायरेक्टर और रजिस्ट्रार दोनों संस्थान से हैं बाहर

एनआईटी में शनिवार देर रात जब यह घटना हुई, उस दौरान संस्थान के निदेशक और रजिस्ट्रार दोनों संस्थान से बाहर थे। एनआईटी के रजिस्ट्रार आरके बांसटू का कहना है कि वह किसी काम से शिमला में हैं। मारपीट की घटना की जानकारी ली जा रही है। संस्थान के निदेशक प्रो. एचएम सूर्यवंशी का कहना है कि मारपीट की इस घटना की जानकारी मिली है। जांच के लिए कमेटी का गठन कर दिया गया है।

अभी चंडीगढ़ पहुंचा हूं और देर शाम तक हमीरपुर पहुंच कर मामले की जांच की जाएगी। उधर, एनआईटी के डीन छात्र कल्याण प्रो. प्रदीप कुमार ने कहा कि अभी तक किसी भी छात्र की लिखित में शिकायत नहीं आई है। मामले की जांच की जा रही है। उन्होंने पुलिस को सूचना नहीं दी, लेकिन पुलिस खुद ही जांच के लिए संस्थान में आई।

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