जागरूक करने के बाद भी साइबर ठगी का शिकार हो रहे हैं लोग

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बीमारी के बहाने ठगे 2 लाख

आवाज़ ए हिमाचल 

शिमला। शहर में साइबर ठगी का जाल लगातार फैल रहा है। लोगों को जागरूक करने के बावजूद वे जालसाजों के जाल में लगातार फंसते जा रहे हैं। अब ताजा मामला पंथाघाटी का हैं, यहां पर एक व्यक्ति के साथ करीब दो लाख की ठगी हुई है। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक संजय नाम का व्यक्ति सरघीन,पंथाघाटी में रहता है। उन्होंने पुलिस को दी शिकायत में कहा कि एसबीआई न्यू शिमला में उसका खाता है। बीते दिन उनके मोबाइल पर कॉल आया। कॉल करने वाले व्यक्ति की आवाज चाचा से मिलती जुलती थी। कॉल करने वाले शातिर ने बताया कि मेरा दोस्त बहुत गंभीर समस्या में फंस गया है। इसीलिए मेरी मदद करें। शिकायतकर्ता का कहना है कि उसने उसके कहे अनुसार पहले 50 हजार रुपए उसके अकाउंट में डाले। इसके बाद फिर से करीब डेढ़ लाख रुपए अपने अकाउंट से शातिर के अकाउंट में डाल दिए। कुल दो लाख रुपए का भुगतान किया। साइबर सैल शिमला की ओर से कहा गया है कि कुछ शातिर फोन करके यह बताते हैं कि आपको कंपनी की ओर से गिफ्ट पैक मिल रहा है। इसके लिए आपको कुछ पैसे संबंधित अकाउंट में जमा करने हैं। इसके बाद आपका महंगा गिफ्ट आपको मिल जाएगा। लोग भी इस झांसे में आ जाते हैं। इसी तरह शातिर बदमाश किसी की बीमारी का बहाना बनाकर भी मोटी रकम हड़प रहे हैं।

 शिमला पुलिस का कहना है कि कोई भी लेनदेन करने से पहले सतर्क रहें और ईमेल भेजने वाले या कॉल करने वाले की वैरिफिकेशन कर लें। इसके अलावा यदि दूसरी ओर से किसी व्यक्ति को अपंग और दुर्गम होने का दावा किया जाता है तो यह फ्रॉड हो सकता है। मनगढ़ंत कहानी पर विश्वास न करें और ईमेल/कॉल का पहले पूरा पता करें। किसी भी तरह के लेन देन से बचने से पहले पूरी जानकारी जुटानी जरूरी है। ठगी की शिकार हुए लोग फोन नंबर 0177-2620331 और हेल्पलाइन नंबर 1930 पर भी शिकायत दर्ज कर सकते हैं। बीते सात महीने पहले ठियोग का एक युवक लॉटरी के चक्कर में फंसकर सुसाइड करने को मजबूर हुआ था। उसे एक लेटर मिला था, जिसमें कूपन को स्क्रैच करने को कहा गया। इसमें इनाम के तौर पर कार मिलने की बात कही गई। इस इनाम के चक्कर में युवक लाखों रुपए गंवा बैठा। शातिरों ने अलग-अलग बहाने से रुपए मांगने शुरू कर दिए। कार मिलने के झांसे में आकर युवक ने पहले साढ़े 3 हजार, फिर 1 लाख और फिर 26 हजार रुपए गूगल पे कर दिए। जब उसे धोखाधड़ी का पता लगा तो तो उसने जहर खा लिया, जिससे उसकी मौत हो गई थी।

एसपी शिमला संजीव गांधी का कहना है कि जागरूक करने के बावजूद लोग शातिरों के झांसे में आ रहे हैं। बिना अकाउंट वैरिफिकेशन और बिना व्यक्ति के बारे में जाने इस तरह से लेन-देन नहीं करना चाहिए। उनका कहना है कि लोगों को सावधान रहने की जरूरत है।

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