नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को मानहानि के एक मामले में दो साल जेल की सजा सुनाए जाने के बाद सियासी संग्राम शुरू हो गया है। कांग्रेस ने जहां केंद्र की मोदी सरकार पर तीखा हमला बोला है, वहीं भाजपा ने भी पलटवार कर करारा जवाब दिया है। राहुल गांधी को सजा सुनाए जाने के बाद प्रियंका गांधी, मल्लिकार्जुन खडग़े, अरविंद केजरीवाल, भूपेश बघेल, हेमंत सोरेन, अशोक गहलोत समेत अन्य नेताओं ने बीजेपी और केंद्र सरकार पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। वहीं बीजेपी के शीर्ष नेताओं ने पलटवार किया और मर्यादा में रहकर बयान देने की नसीहत दी। इसी बीच कांग्रेस ने कहा है कि पार्टी नेता राहुल गांधी को लेकर निचली अदालत का फैसला सही नहीं है और कानूनी तरीके से इसमें गलतियां हैं, इसलिए इसे उच्च अदालत में चुनौती दी जाएगी।
कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि श्री गांधी के मामले में निचली अदालत का फैसला अनुचित है। यह गलत निर्णय है और कानूनी तरीके से इसका समर्थन नहीं किया जा सकता है।उनका कहना था कि कांग्रेस को विश्वास है कि गलत तरीके से आए इस मामले में सही निर्णय सामने आएगा।
दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने भी राहुल गांधी को सजा सुनाए जाने पर बीजेपी पर साजिश करने का आरोप लगाया। केजरीवाल ने ट्विटर पर लिखा कि गैर बीजेपी नेताओं और पार्टियों पर मुकदमे करके उन्हें खत्म करने की साजिश हो रही है। हमारे कांग्रेस से मतभेद हैं, मगर राहुल गांधी को इस तरह मानहानि मुकदमे में फंसाना ठीक नहीं। जनता और विपक्ष का काम है सवाल पूछना। हम अदालत का सम्मान करते हैं, पर इस निर्णय से असहमत हैं। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी।
उन्होंने अपने ट्विटर पर लिखा कि कहां आसान होता है न्याय के लिए लडऩा। हमारे पौराणिक ग्रंथ अन्याय पर न्याय की जीत का संदेश हैं, वही जीवनमार्ग है। देश की आजादी का संघर्ष भी उसी जीवनमार्ग से गुजरा है। आदरणीय राहुल गांधी का जीवनमार्ग भी वही है। तानाशाह सामने हैं तो क्या? जो वंचित हैं वे सब तो साथ हैं। झारखंड के मुख्यमंत्री सीएम हेमंत सोरेन ने राहुल गांधी के खिलाफ सुनाए गए मामले पर कहा कि गैर-बीजेपी सरकारों, नेताओं को साजिश का शिकार बनाया जा रहा है।