आवाज़ ए हिमाचल
शिमला। हिमाचल में सुक्खू सरकार की मिशन डिनोटिफाई जारी है। जल शक्ति विभाग के सचिव अमिताभ अवस्थी ने बुधवार को आदेश जारी कर जल शक्ति विभाग के 34 दफ्तर डिनोटिफाई कर दिए हैं। इनमें सेक्शन ऑफिस, सर्किल ऑफिस, डिविजन, सब डिविजन समेत धर्मशाला में नया बनाया गया इरिगेशन विंग ऑफिस भी शामिल हैं।
इसमें सीएम सुखविंदर सुक्खू के नादौन में जल शक्ति डिवीजन और पूर्व सीएम जयराम ठाकुर के सराज चुनाव क्षेत्र में बालीचौकी डिवीजन व सर्किल ऑफिस सराज तक भी डिनोटिफाई कर दिया है। इससे पहले सुक्खू सरकार ने 574 दफ्तर डिनोटिफाई किए थे। जिनमें बिजली बोर्ड के 32 , स्वास्थ्य संस्थान 291, तहसील 3, उप-तहसील 20, कानूनगो सर्कल 9, पटवार सर्कल 80,आईटीआई-17, रेवेन्यू सब डिवीजन सर्कल/डिवीजन/सब-डिवीजन/सेक्शन 16, 2,पीडब्ल्यूडी -एसडीओ/पुलिस स्टेशन/पुलिस पोस्ट 18, आयुर्वेदिक अस्पताल 3, आयुर्वेदिक स्वास्थ्य केंद्र 41 व 42 अन्य को मिलाकर 574 कार्यालय शामिल है। आज बंद किए गए दफ्तरों के साथ आंकड़ा 608 तक पहुंच गया है।
जाहिर है चुनाव के निकट खोले गए सभी कार्यालय को बंद करने के पीछे सुक्खू सरकार तर्क है कि पूर्व सरकार ने बिना बजट का प्रावधान किए दफ्तर खोले गए और वित्त विभाग से मंजूरी भी नहीं ली गई। इसे देखते हुए सुक्खू सरकार ने 12 दिसंबर की बैठक में एक अप्रैल 2022 के बाद राज्य कैबिनेट द्वारा खोले गए व अपग्रेड किए गए सभी दफ्तर बंद करने का निर्णय लिया। इसके बाद सामान्य प्रशासन विभाग ने 12 दिसंबर को ही सभी विभागों को ऐसे दफ्तरों की सूची सरकार को भेजने के निर्देश दिए। उधर बीजेपी इन आफिस को बंद करने को लेकर लगातार सरकार की निंदा कर रही है और यहां तक की नेता प्रतिपक्ष चुनेजाने के तुरंत बाद पूर्व सीएम जयराम राज्यपाल आर्लेकर के दरबार में इसे लेकर ज्ञापन दे चुके हैं।