राजस्व विभाग पर लगाए गंभीर आरोप
आवाज़ ए हिमाचल
ऊना। जिला मुख्यालय स्थित डीसी कार्यालय में वीरवार को सेना से बतौर नायब सूबेदार रिटायर हुए एक पूर्व सैनिक ने धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। 26 वर्ष तक भारतीय सेना में सेवाएं देने के बाद वर्ष 2016 में सेवानिवृत्त होकर घर पहुंचे पूर्व सैनिक नायब सूबेदार रणवीर सिंह ने शायद ही कभी सोचा होगा कि उन्हें जिला मुख्यालय के डीसी कार्यालय में धरना प्रदर्शन करने को भी मजबूर होना पड़ेगा।
आखिर गुरुवार को राजस्व विभाग की कार्यप्रणाली से तंग आकर इस पूर्व सैनिक ने डीसी कार्यालय में दरी बिछाकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। पूर्व सैनिक ने राजस्व विभाग पर गंभीर आरोप लगाते हुए उनके जीवन को बद से बदतर बनाने का आरोप लगाया है। रणवीर सिंह ने बताया कि जिस जगह पर रह रहे हैं वह जमीन उन्होंने खरीदी थी। हालांकि आसपास रहने वाले कुछ लोग भी वहां पर खरीदार के तौर पर ही आए थे, जबकि कुछ भवन पुश्तैनी लोगों के वहां पर बने हैं।
उन्होंने कहा कि इस पूरे क्षेत्र में भूमि की तक्सीम इतनी गलत तरीके से की गई है कि उनके घर के ठीक आगे की भूमि को किसी अन्य पड़ोसी के नाम कर दिया गया, जबकि किसी अन्य पड़ोसी की भूमि को उनके नाम दर्शा दिया गया। उन्होंने कहा कि वह वर्ष 2015 से तक्सीम के मामले को लेकर आवेदन करते आ रहे हैं। हालांकि करीब तीन बार उन्हें समय देने के बावजूद अधिकारियों ने मौका देखने की जहमत नहीं उठाई। रणवीर सिंह का कहना है कि अधिकारियों की इसी अनदेखी के चलते उनका और उनके परिवार का जीवन यापन बद से बदतर बन चुका है।
रणवीर सिंह बताया कि वह जिला प्रशासन के अतिरिक्त सीएम जयराम ठाकुर से भी मामले को लेकर मिल चुके हैं, जबकि पीएम नरेंद्र मोदी को भी इस विषय में उन्होंने पत्र लिखकर समस्या का समाधान करने की मांग उठाई है। लेकिन उनकी समस्या अभी भी जस की तस मुंह बोए खड़ी है। रणवीर सिंह ने ऐलान किया है कि यदि अब भी उनकी सुनवाई नहीं हुई और समस्या का समाधान नहीं निकला तो उन्हें बड़ा कदम उठाने को मजबूर होना पड़ेगा, जिसकी जिम्मेदारी सरकार और प्रशासन की रहेगी।