मानकोटिया बोले- वीरभद्र ने खत्म की कांगड़ा की लीडरशिप, अब सिर्फ बोने नेता, केजरीवाल का झंडा उठाने वालों पर जताया दुःख 

Spread the love

“मैदान नहीं छोड़ेंगे हर हाल में चुनाव लड़ेंगे, आप को वोट देने से पहले सोच लें, कांग्रेस का आफर आया”

आवाज़ ए हिमाचल 

ब्यूरो, धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले पूर्व मंत्री मेजर विजय सिंह  मानकोटिया ने धर्मशाला में पत्रकारवार्ता कर आम आदमी पार्टी व कांग्रेस पार्टी पर सवाल उठाए। मनकोटिया ने कहा सत्य, धर्म, ईमानदारी की भावना खत्म होती जा रही है। यही पार्टियों के पतन का कारण है। उन्होंने कहा कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व सोनिया गांधी व उनका बेटा राहुल गांधी भी जमानत पर हैं और हिमाचल प्रदेश में पार्टी की अध्यक्ष प्रतिभा सिंह व उनका बेटा भी जमानत पर है। ऐसे में मेजर विजय सिंह मनकोटिया के पास कांग्रेस ज्वाइन करने का प्रस्ताव आ रहा है क्या ऐसी पार्टी ज्वाइन करनी चाहिए?

उन्होंने कहा कि वर्तमान परिस्थितियां इस वक्त सियासत की हैं। प्रदेश में दो पार्टियां हैं भाजपा व कांग्रेस तीसरी पार्टी आम आदमी पार्टी यहां प्रवेश कर गई। आम आदमी पार्टी ने स्पष्ट नहीं किया कि क्या वह खालीस्तान के नारे का समर्थन करते हैं, भिंडरावाले का समर्थन करते हैं। तीन दिन पहले ही पन्नू ने कनाडा में जनमत करवाया है। वहां पर सिख समुदाय के लोगों ने खालीस्तान का समर्थन किया है कि वह अलग राष्‍ट्र बनाएंगे। पन्नू कहता है कि केजरीवाल के साथ बात हो गई है। केजरीवाल को चुनाव के लिए फंड दिया है और आश्वासन लिया है कि खालीस्तान की मांग को समर्थन देंगे। पूर्व आप नेता कुमार विश्वास ने भी एक बयान दिया, उसका भी जवाब केजरीवाल ने नहीं दिया। पुन्नू ने शिमला को राजधानी बनाने व पुराने पंजाब के भाग को शामिल करने की बात कही। यह बाते इतनी मामूली नहीं है। आम आदमी पार्टी विकल्प नहीं हो सकता, जिसकी सोच इस दिशा की तरफ बढ़ रही हो। दुख है कि जो लोग केजरीवाल का झंडा उठा रहे हैं। दिल्ली में केजरीवाल के मंत्री पकड़े जा रहे हैं। शराब का मामला उठा है। ऐसे में क्‍या आम आदमी पार्टी तीसरा विकल्प हो सकती है? बिल्‍कुल नहीं हो सकती। मनकोटिया ने कहा वे मैदान नहीं छोड़ेंगे, वह चुनाव लड़ेंगे। वह किसी के दबाव में नहीं हैं, पूरी तरह से स्वतंत्र हैं। किसी पार्टी के अधीन नहीं हैं, जनता के नेता हैं। पार्टी का बनाया नेता नहीं है। पहला चुनाव भी एक निर्दलीय के रूप में लड़ा था।

उन्होंने कहा कि वीरभद्र से उनका टकराव था, टकवार इसलिए था वीरभद्र सिंह भेदभाव की राजनीति करते थे। कांगड़ा आज भी उनकी बदौलत भुगत रहा है। उन्होंने कांगड़ा की लीडरशिप खत्म कर दी। आज कांगड़ा से बौने लीडर हैं। निचले हिमाचल में अब कोई लीडर नहीं है। आज लोग कहते हैं कि मेजर कांग्रेस में जा रहे हैं। कांग्रेस से प्रस्ताव आ रहे हैं, लेकिन अपनी तरफ से कोई इच्छा कांग्रेस में जाने की जाहिर नहीं की। कांग्रेस के लोग कहते हैं कि मेजर कांग्रेस में आ जाएं तो 10 व 12 सीटों पर फर्क पकड़ता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की अध्यक्ष प्रतिभा सिंह है। जबकि कानून की नजर में दोषी हैं। 500 पृष्ठों की चार्जशीट दिल्ली में दायर है। केस प्रतिभा सिंह व उनके बेटे पर चल रहा है। जबकि मृत्यु के कारण वीरभद्र सिंह का नाम कट गया। दोनों ही जमानत पर हैं। सोनिया गांधी व राहुल गांधी भी जमानत पर हैं। यह तस्वीर कांग्रेस की सामने आ रही है। एआइसीसी की महासचिव चंबा की आशा कुमारी भी जमानत पर हैं।

मनकोटिया ने कहा कांगड़ा के स्वाभिमान की लड़ाई लड़ते रहेंगे। किस मंच से लड़ेंगे। इसके लिए विकल्प खुले हैं। धर्मशाला, शाहुपर, जवाली व चंबा इन क्षेत्रों में जनचेतना बढ़ाएंगे और पूर्व के बर्तन वापस लौटाएंगे। प्रदेश की जनता व मतदाताओं से सवाल है कि वह किस को अपने समर्थन व वोट करने जा रहे हैं एक बार उसके बारे में जरूर जान लें। उन्होंने कहा कि धर्मशाला से कांग्रेस नेता ने बड़ा फ्लैक्स बोर्ड लगा है, लिखा है धर्मशाला में सुधीर ही सुधार है, जबकि सुधार कहां वह तो बैजनाथ का उधार हैं और जब जरूरत थी तब चुनाव नहीं लड़ा व भाग गए। अब धर्मशाला को धरती पुत्र ही मैदान में उतारना चाहिए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *