राष्ट्रपति द्रौपदी मुमू ने किया सम्मानित, टीवी पर कार्यक्रम देख परिवार हुआ भावुक
आवाज़ ए हिमाचल
चंबा। मात्र छह साल की सेवा में हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले के तेलका के रहने वाले शिक्षक युद्धवीर टंडन ने देश का सर्वोच्च शिक्षक पुरस्कार हासिल कर नई मिसाल पेश की है। युद्धवीर को शिक्षा के क्षेत्र में कड़ी मेहनत करने पर यह कामयाबी मिली है।
दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रपति द्रौपदी मुमू ने उन्हें राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया। वर्तमान में युद्धवीर अनोगा स्कूल में जेबीटी अध्यापक के पद पर तैनात हैं और स्कूल के प्रभारी भी हैं। जिस स्कूल में बच्चों की संख्या सिमटती जा रही थी। युद्धवीर ने स्कूल में पहुंचकर कड़ी मेहनत और लग्न से इस विद्यालय में विद्यार्थियों की संख्या बढ़ा दी। अभिभावकों के साथ मिलकर स्कूल में विकास के कार्य करवाए। युद्धवीर ने नवाचार से विद्यार्थियों को खेल-खेल में पढ़ना सिखाया। कोरोना काल में भी विद्यार्थियों को वीडियो के जरिये पढ़ाया।
युद्धवीर के परिवार उनकी पत्नी और माता हैं। बेटे को राष्ट्रीय पुरस्कार लेते देखने के लिए मां ने घर का सारा काम फटाफट खत्म किया और टीवी के सामने बैठ गईं। जब युद्धवीर का नाम पुरस्कार के लिए लिया गया तो पूरा परिवार भावुक हो गया। माता और पत्नी के चेहरों पर खुशी झलक उठी। पूरे क्षेत्र में युद्दवीर के परिजनों को बधाई दे रहे हैं।
युद्धवीर टंडन ने बताया कि जब उन्होंने अपने पिता से पूछा था कि में बड़ा होकर क्या बनूं तो पिता ने कहा था कि अच्छी नौकरी अध्यापक की है, जो दूसरों को नई राह दिखाता है। बस उसी दिन से पिता के सपने को पूरा करने के लिए जुट गया है। परिजनों और गुरुजनों के आशीर्वाद से ही यह कामयाबी हासिल हुई है।