आवाज़ ए हिमाचल
स्वर्ण राणा, नूरपुर। हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत कर्मचारी यूनियन के नूरपुर, जवाली, फतेहपुर ज़ोन के विद्युत कर्मचारियों ने इलेक्ट्रिकल सिस्टम डिवीजन जसूर में व 33 केवी सब स्टेशन रैहन में विद्युत बोर्ड के निजीकरण के विरोध में प्रदर्शन किया।
इस अवसर पर यूनियन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष पवन मोहल ने कहा कि हिमाचल प्रदेश जैसे पहाड़ी क्षेत्र को जब रोशन करना था तो कोई भी लाला या कोई भी ठेकेदार आगे नहीं आया। विद्युत बोर्ड के बहादुर कर्मचारियों ने कंधों के ऊपर बोझा उठाकर के बिजली के खंभों को पहाड़ों की चोटियों पर पहुंचाया और हर घर को रोशन किया, इसलिए आज के इस विरोध दिवस के अवसर पर हम केंद्र सरकार और हिमाचल सरकार से पुरजोर मांग करते हैं कि विद्युत वोटों का निजीकरण न किया जाए। हिमाचल प्रदेश बिजली बोर्ड में 1990 में विद्युत बोर्ड के कर्मचारियों की संख्या 43000 थी और कन्ज्यूमर्स 900000 थे आज विद्युत बोर्ड में कर्मचारियों की संख्या मात्र 13000 रह गई है और उपभोक्ता करीब 26 लाख पहुंच चुका है। बाबजूद इसके विद्युत बोर्ड का कर्मचारी अपने उपभोक्ता को 24 घण्टे बिजली की सुविधा मुहैया करवा रहा है। हम हिमाचल सरकार से व ऊर्जा मंत्री चौधरी सुखराम से यह कहना चाहते हैं की विद्युत बोर्ड में कर्मचारियों की भर्तियां बड़े पैमाने पर तत्काल की जाए।
इसी संदर्भ में आज यूनियन का 30 कर्मचारियों का एक डेपुटेशन यूनियन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष पवन मोहल की अध्यक्षता में वन एवं खेल मंत्री राकेश पठानिया से उनके आवास पर सुबह मिला और कर्मचारियों की लोकल स्तर पर व प्रदेश स्तर की मांगों पर गहन चर्चा हुई।
वन मंत्री राकेश पठानिया ने प्रतिनिधिमंडल की पूरी बातों को बड़े ध्यानपूर्वक सुना और एक विश्वास दिलाया कि आप मुझे एक डिमांड चैप्टर दो। अगले हिमाचल प्रदेश सरकार की होने वाले मंत्रिमंडल की बैठक में बिजली बोर्ड के कर्मचारियों के मुद्दों को उठाया जाएगा। इसके लिए यूनियन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सहित सभी विद्युत कर्मचारियों ने वन मंत्री राकेश पठानिया का धन्यवाद किया।
इस अवसर पर यूनियन के जिला संगठन सचिव अश्विनी ठाकुर, 220 केवी यूनिट के प्रधान विक्रम सिंह, सचिव राजू, केंद्रीय कार्यकारिणी सदस्य मैडम पंकज, रवि धीमान, राकेश राणा, ज्ञानेश्वर शर्मा, यूनियन के सक्रिय कार्यकर्ता गुरुप्रसाद, सुलियाली यूनिट के प्रधान पुरुषोत्तम, गनोह यूनिट से पंकज पठानिया, इंजीनियर तिलक चौधरी, प्रधान मनजीत पठानिया, फतेहपुर जोन के जोनल सचिव अरुण कुमार, केंद्रीय कार्यकारिणी सदस्य हबीब आदि मौजूद रहे।