डाईट जुखाला में दो ब्लाइंड प्रशिक्षु दे रहे है डीएलएड परीक्षा

Spread the love

आवाज़ ए हिमाचल

अभिषेक मिश्रा,बिलासपुर
26 नवंंबर।कुछ करने का जज्बा हो तो हर राह आसान हो जाती है। बस इरादों में दम होना चाहिए फिर आपकी कमजोरी भी आपकी ताकत बन जाती है। आपके हौंसलों के आगे हर मुश्किल राह आसान हो जाती है। कुछ इसी तरह का डाईट जुखाला में देखने को मिल रहा है जहाँ डीएलएड का प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे दो ब्लाइंड प्रशिक्षु प्रथम वर्ष की परीक्षा दे रहे है ।

इन दोनों प्रशिक्षुओ के जज्बे में किसी तरह की कोई कमी नहीं है और दुसरे के लिए प्रेरणा बने यह प्रशिक्षु इस समाज में नए आयाम स्थापित करने में जुटे है । जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान डाईट जुखाला में डीएलएड प्रथम वर्ष की परीक्षा चल रही है और इस सस्थान में कुल 52 बच्चे परीक्षा दे रहे है इन 52 प्रशिक्षुओ में से 2 प्रशिक्षु ऐसे है जो पूरी तरह से ब्लाइंड है इनमे से एक प्रशिक्षु इम्त्याज खान 75 फीसदी ब्लाइंड है तो वही बिल्लो देवी 100 फीसदी ब्लाइंड है ।

यह दोनों डाईट जुखाला में प्रशिक्षण ले रहे है । इन दोनों प्रशिक्षुओ के बारे में डाईट जुखाला के अध्यापको का कहना है कि यह दोनों प्रशिक्षु भी बाकी प्रशिक्षुओ की तरह सिख रहे है बस इनकी तरफ थोडा सा विशेष ध्यान देना पड़ता है यह थोड़ी देर बाद समझ पाते है जिसके लिए डाईट जुखाला का अध्यापक इनकी तरफ विशेष ध्यान दे रहे है । प्रशिक्षण दे रहे अध्यापको ने बताया कि की यह दोनों पढने में भी बाकी बच्चो की तरह है जब कभी भी टेस्ट लिए जाते है तो इन दोनों के नंबर भी बाकी बच्चो की तरह आते है ! बस यह दोनों लिख नही पाते है ।

इन्हें पढ़ाने के लिए डाईट जुखाला ने विशेष प्रबंध किये हुए है । इन दोनों छात्रों को पढ़ाने के लिए एप्प की मदद ली जा रही है इस एप्प को मोबाइल फ़ोन में इंस्टाल करने के बाद पाठन सामग्री को स्कैन किया जाता है और एप्प की मदद से यह साड़ी पाठन सामग्री पल भर में ऑडियो की फॉर्म में बदल जाती है जहां से यह दोनों प्रशिक्षु ऑडियो सुन कर पाठन सामग्री को सिख रहे है ।

इन दोनों छात्रों में जो लड़की बिल्लो देवी है वह काफी गरीब परिवार से संबधित है और वह मोबाइल फ़ोन खरीदने के लिए भी सक्षम नही थी जिसके चलने डाईट जुखाला ने अपनी तरफ से इस लड़की को मोबाइल फ़ोन खरीद कर दिया जिसके सहायता से अब यह लड़की अपना प्रशिक्षण पूरा कर रही है ।गौरतलब है कि यह दोनों प्रशिक्षु लिख नही सकते जिसके चलते डाईट जुखाला ने बोर्ड से इन्हें लिए विशेष अनुमति ली और इन्हें लिखने के लिए अलग व्यक्ति की अनुमति मिली जो इनसे शिक्षा में कम पढ़ा लिखा हो ।

अब यह दोनों छात्र डाईट जुखाला में प्रथम वर्ष की परीक्षा दे रहे है । इनके साथ लिखने के लिए अलग व्यक्ति है जो प्रशन पढ़ कर इन्हें सुनाता है और यह उस प्रशन के उत्तर उस व्यक्ति को बताते है और वह इनके द्वारा लिखे गये उत्तर को उत्तर पुस्तिका में लिखता है । गौर तलब है की शिक्षा बोर्ड की तरफ से इन दोनों छात्रो के लिए परीक्षा देने के लिए एक घंटा अतिरिक्त समय दिया गया है ।


वहीँ इन दोनों प्रशिक्षुओ का कहना है कि डाईट जुखाला की तरफ से उन्हें पूरा सहयोग मिल रहा है और एप्प की मदद से वह अपनी पढाई कर रहे है । जिसमे उन्हें कोई ज्यादा दिक्कत नही आ रही है और वह जल्द यहाँ से अपना प्रशिक्षण पूर्ण करके समाज में अपने पैरो में खड़े होकर नया उदाहरण पेश करेंगे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *