आवाज़ ए हिमाचल
17 जनवरी।हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले के पांवटा साहिब-शिलाई नेशनल हाईवे पर भूस्खलन की चपेट में आने से तीन लोगों की मौत हो गई है।
सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची। बताया जा रहा है कि शिलाई से मीनस पुल तक 25 किलोमीटर का कार्य एनएच की निर्माण कंपनी कर रही है। सोमवार को मीनस के पास निर्माणाधीन नेशनल हाईवे पर कुछ मजदूर काम में जुटे हुए थे। इस बीच अचानक पहाड़ी से भूस्खलन हो गया। इस दौरान तीन लोग इसकी चपेट में आ गए, जिसमें पोकलेन मशीन ऑपरेटर जितेंद्र व अशोक कुमार मलबे में दब गए।वहीं, ट्रैक्स वाहन चालक काहन सिंह भी मलबे की चपेट में आ गया।
इसके बाद आसपास में काम कर रहे मजदूर भी मौके पर एकत्र हुए और तीनों को मलबे से बाहर निकाला गया। घायलों में काहन सिंह की मौके पर मौत हो गई। जबकि, अन्य दो घायलों ने चौपाल अस्पताल ले जाते समय रास्ते में दम तोड़ा। हादसे की सूचना मिलते ही शिलाई के थाना प्रभारी मस्तराम पुलिस टीम सहित मौके पर पहुंची है।
डीएसपी बीर बहादुर ने बताया कि शिलाई के मीनस के पास नेशनल हाईवे में काम करते समय भूस्खलन होने से तीन लोगों की मौत हुई है। पुलिस टीम मौके पर पहुंचकर जांच में जुट गई है।
माता-पिता के बाद अब घायल बेटी ने भी तोड़ा दम
उधर, मंडी जिले में औट थाना के तहत बांधी पंचायत के शाला गांव के समीप रविवार सुबह हुए हादसे में घायल 11 वर्षीय अक्षरा ने रविवार देर रात आईजीएमसी शिमला में दम तोड़ दिया। वह इसी हादसे में जान गंवाने वाले दंपती शाला निवासी गीता नंद और डिंपल कुमारी की बड़ी बेटी थी।
अक्षरा को कुल्लू अस्पताल में गंभीर हालत में पहुंचाया गया था। यहां से नाजुक हालत में आईजीएमसी रेफर कर दिया गया था। हादसे में घायल भाई बहन दीक्षा और भुवनेश्वर कुल्लू अस्पताल में ही उपचाराधीन हैं। एसएचओ औट ललित महंत ने मौत की पुष्टि की है।