आवाज़ ए हिमाचल
कार्यालय प्रभारी,परवाणू
29 अप्रैल।हिमाचल के प्रवेश द्वार परवाणू में आवारा घूम रहे गोवंश वर्षों से एक बड़ी समस्या बने हुए है। सड़कों पर घूमने के कारण दुर्घटनाओ में कई गोवंश घायल हो जाते है,जबकि कइयों की मौत हो जाती है। परवाणू से लेकर शिमला तक जगह-जगह गौवंश सड़कों पर है, जिन्हें सड़कों से अब तक मुक्त नहीं किया गया है।गौवंश की इस बेरुखी से प्रशासन की पोल खुलती नजर आती है।
गौरतलब है की हाल ही में नेशनल हाईवे धर्मपुर परवाणू के मध्य तम्बू मोड़ (चक्की मोड़) सड़क पर एक गौवंश बडी गम्भीर अवस्था में दुर्घटनाग्रस्त घायल पड़ा था। यह देख एक गौ भक्त द्वारा जाबली में कार्यरत पशुओं के डॉक्टर को दूरभाष के माध्यम से सम्पर्क किया गया। डॉक्टर मौके पर पहुंचे व उस घायल गौवंश का इलाज शुरू किया। इस मौके पर बजरंग दल के प्रदेश संयोजक पवन समैला भी उपस्थित थे जो सोलन जाते समय उस दुर्घटनाग्रस्त गौवंश को देखकर रूके व जो संभव मदद हुई वो उनके द्वारा की गई। उन्होंने कोटी पंचायत के उपप्रधान लक्ष्मी दत्त अत्री को दूरभाष पर सम्पर्क कर गौवंश को गौशाला पहुंचाने हेतु आग्रह किया।
जिसके बाद गौवंश को कोटी पंचायत प्रधान व उपप्रधान के माध्यम से गौशाला पहुंचाया गया। ऐसी कई घटनाएं गौवंश को लेकर रोजाना सामने आती है लेकिन फिर भी इस बारे कोई व्यवस्था नहीं की जा रही है।
इस समस्या को लेकर बजरंग दल व विहिप ने परवाणू के सहायक आयुक्त गौरव महाजन के माध्यम से मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को ज्ञापन भी भेजा है, जिसमे मांग की गई है कि सड़कों पर भटक रहे गौवंश को सड़कों से जल्द मुक्त किया जाए। इस मौके पर उनके साथ बजरंग दल जिला संयोजक संजीव पराशर सह संयोजक जितेन्द्र सहीण भी उपस्थित थे।
इस बारे नगर परिषद परवाणू की अध्यक्ष निशा शर्मा ने बताया कि आगामी हाउस बैठक में गौवंश को लेकर चर्चा की जायेगी व एक और बड़ी गौशाला का निर्माण किया जायेगा, जिसके लिए भूमि की चयन प्रक्रिया चल रही है। जल्द ही गौवंश की समस्या का समाधान किया जायेगा।