आवाज़ ए हिमाचल
अभिषेक मिश्रा,बिलासपुर
30 दिसंबर।प्रदेश के पशु पालकों को बेहतर सुविधाएं पहुंचाने के लिए सरकार द्वारा कल्याणकारी योजनाएं तो बहुत उम्दा बनाई गई है, परंतु पशु पालकों तक इन सुविधाओं को पहुंचाने के लिए सरकार द्वारा पशुपालन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को मूल भूत सुविधाएं उपलब्ध नहीं करवाने की वजह से अधिकारियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है तथा उनमें रोष की स्थिति उत्तपन हो गई है।
इसी विषय को लेकर हिमाचल प्रदेश पशु चिकित्सक संघ ने अतिरिक्त मुख्य सचिव पशु पालन को प्रदेश महासचिव डॉ मधुर गुप्ता के माध्यम से ज्ञापन सौंप कर शीघ्र बैठक करने की बात की है तथा मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाने की मांग उठाई है,इसी कड़ी को जारी रखते हुए बिलासपुर के जिला सचिव डॉ अनूप रुथवाल ने भी बिलासपुर जिला के समस्त वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारियों एवं पशु चिकित्सा अधिकारियों की तरफ से उप निदेशक पशु पालन विभाग बिलासपुर को ज्ञापन सौंप मूलभूत सुविधाओं की मांग उठाई है
और उनसे आग्रह किया है कि वो बिलासपुर जिला में धरातल पर आ रही समस्याओं को उच्च अधिकारियों के समक्ष रखें। संघ के अधिकारियों का कहना है कि पशु चिकित्सा अधिकारी सरकारी स्कीमों को अमलीजामा पहनाने के लिए अपने निजी मोबाइल और इंटरनेट का इस्तेमाल तो कर ही रहे हैं, साथ मे ऑनलाइन डाटा एंट्री का काम भी उनपर ही जबरदस्ती थोंपा गया है जो विभागीय मैनुअल और पद के हिसाब से उनके कार्यक्षेत्र में बिल्कुल नहीं आता
इसलिए विभाग को चाहिए कि जिले और उप मंडल स्तर पर डाटा एंट्री ऑपरेटर रखे जाएं, जिससे पशु चिकित्सक अपनी सेवाएं बेहतर ढंग से लोगों तक पहुंचा सके, ना कि डाटा एंट्री ऑपरेटर बन कर बैठे रहे। डॉ गुप्ता ने बताया कि योजनाओं को सुचारू ढंग से चलाने के लिए मूलभूत सुविधाएं जैसे कंप्यूटर, इंटरनेट आदि की व्यवस्था के साथ-साथ उप मंडलीय पशु चिकित्सालयों में सुधार किया जाना अति आवश्यक है और इसके साथ ही वेटरनरी फार्मासिस्ट को कंप्यूटर ट्रेनिंग करवाई जाए ताकी वो अपने कार्य को कुशलता पूर्वक कर पाएं,इस विषय पर पहले भी निदेशक महोदय से बैठक कर चर्चा की गई थी पर आज दिन तक कोई परिणाम नहीं निकला कोविड-19 महामारी से बचाव संबंधी सुरक्षा उपकरण मुहैया करवाए जाएं जिससे हमेशा फील्ड में काम करने वाले कर्मचारियों का महामारी से बचाव हो सके क्योंकि पशु चिकित्सक इस महामारी के दौर में भी बिना किसी सुरक्षा उपकरणों के अपनी जान जोखिम में डाल कर पशु पालकों को घर द्वार सेवाएं दे रहे हैं
साथ ही पूरे प्रदेश में जहाँ शनिवार को 5 डे वीक के चलते सभी सरकारी कार्यालय बन्द रहते हैं लेकिन पशु चिकित्सक और पैरा स्टाफ शनिवार को भी चिकित्सालय खुले रख कर सेवाएं दे रहे हैं । विभाग में पशु चिकित्सकों के 100 से अधिक खाली चल रहे पदों को जल्द से जल्द भरा जाए जिससे विभाग के अधिकारी प्रदेश सरकार द्वारा पशु पालकों के उत्थान के लिए चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं को सही तरीके से लोगों तक पहुंचा सके ! संघ ने उम्मीद जताई है कि अतिरिक्त मुख्य सचिव से जल्द बैठक का समय मिल जाएगा और समस्याओं के समाधान हेतु कुछ निष्कर्ष निकल कर सामने आएगा वरना दिन पर दिन पशु चिकित्सकों में रोष बढ़ता जाएगा।