आवाज़ ए हिमाचल
कुल्लू। जिला कुल्लू के ढालपुर मैदान का दृश्य शुक्रवार को हर किसी को अपनी ओर आकर्षित करने वाला था, जहां जिले की 7500 महिलाएं पारम्परिक परिधानों में गीत-संगीत और वाद्ययंत्रों की स्वरलहरियों के बीच महानाटी का प्रदर्शन कर रही थीं। महानाटी में जिले के दूरवर्ती पर्वतीय क्षेत्रों से लेकर हर हिस्से से महिलाएं अपने पारम्परिक परिधानों में सुसज्जित होकर समूहों में ढालपुर मैदान पहुंचीं।
कुल्लवी गानों व वाद्ययंत्रों की धुनों पर महानाटी करीब एक घंटे तक अनवरत चली। महानाटी से महिलाओं ने विश्व को कुल्लवी संस्कृति का संदेश दिया। भारतीय निर्वाचन आयोग की टीम विशेष तौर पर स्वीप यानी सुव्यवस्थित मतदाता शिक्षा एवं निर्वाचक सहभागिता की थीम पर आधारित इस महानाटी में आमंत्रित की गई थी। देसी-विदेशी सैलानी व स्थानीय लोग इस नजारे को अपने मोबाइल और कैमरों में कैद करते नजर आए।
डीसी आशुतोष गर्ग ने कहा कि दशहरे में महानाटी की परम्परा को कायम रखने के उद्देश्य से दशहरा समिति ने बहुत दिन पहले ही यह निर्णय लिया था कि महानाटी में अधिक से अधिक महिलाओं की भागीदारी हो। इसके लिए खंड विकास अधिकारियों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, सहायिकाओं, महिला मंडलों व स्वयंसेवी संस्थाओं के साथ पंचायत प्रतिनिधियों का सहयोग लिया गया।