बोले- पुलिस ने हत्या का मामला न दर्ज किया तो होगा चक्का जाम
आवाज़ ए हिमाचल
ऊना, 17 मई। नशा निवारण केंद्र में पिछले दिनों 27 वर्षीय युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत मामले को लेकर मृतक के परिजन मंगलवार सुबह जिला मुख्यालय की सड़कों पर उतर आए। इस दौरान लोगों ने एक तरफ जहां शहर की सड़कों पर रोष रैली निकाली, वहीं एसपी कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन भी किया। ग्रामीणों और रिश्तेदारों के साथ जिला मुख्यालय पहुंचे मृतक अमित के माता-पिता ने पुलिस की अभी तक की कार्रवाई से असंतोष जाहिर किया है।
जाहिर है नशा निवारण केंद्र में पिछले दिनों अमित (27 )की संदिग्ध मौत हुई थी, मौत के बाद केंद्र के संचालक युवक के शव को आधी रात को उसके घर छोड़ आए। जबकि युवक के परिजनों ने नशा निवारण केंद्र के मालिकों और कर्मचारियों पर उनके बेटे के साथ मारपीट करने का आरोप लगाते हुए पुलिस के पास तहरीर सौंपी थी।
परिजनों की शिकायत के आधार पर पुलिस ने अमित के शव का पोस्टमार्टम कराया और पोस्टमार्टम की रिपोर्ट के खुलासे चौकाने वाले रहे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में स्पष्ट लिखा था कि अमित की मौत सिर में गहरी चोट लगने के कारण हुई है, जबकि नशा निवारण केंद्र के संचालकों द्वारा मृतक के परिजनों को उसकी मौत का कारण दौरा पड़ना बताया गया था।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पुलिस ने आनन-फानन में तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया जो उस रात शव छोड़ने उसके घर पहुंचे थे। अमित के परिजनों का कहना है कि पुलिस को इस मामले में सीधे तौर पर हत्या का मामला दर्ज करते हुए धारा 302 के तहत कार्रवाई अमल में लानी चाहिए। अमित के परिजनों के साथ धरना प्रदर्शन में पहुंचे गगरेट ब्लॉक युवा कांग्रेस के अध्यक्ष अमन ने जिला प्रशासन और पुलिस को अल्टीमेटम देते हुए कहा कि यदि पुलिस ने इस मामले में हत्या का केस दर्ज ना किया, तो हजारों की संख्या में ग्रामीणों को जिला मुख्यालय पहुंचकर चक्का जाम करने पर मजबूर होना पड़ेगा।