टांडा के चिकित्सकों की देखरेख में 1216 रोगियों ने कोरोना को दी मात

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आवाज़ ए हिमाचल

07 जून। डा राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कालेज टांडा में गत पांच माह में उपचाराधीन कोविड से संक्रमित 1216 लोग कोरोना को मात देकर घर सकुशल लौटे हैं। इनमें से अधिकांश रोगी गंभीर रूप से कोरोना से संक्रमित थे। उल्लेखनीय है हमीरपुर, उना, चंबा तथा कांगड़ा के विभिन्न क्षेत्रों से कोरोना संक्रमित रोगियों को डा राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कालेज में उपचार के लिए भर्ती करवाया जाता है। मेडिकल कालेज में आक्सीजन सहित बेड के साथ वेंटिलेटर की सुविधा भी रोगियों को उपलब्ध करवाई गई है।
डा राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कालेज के प्राचार्य डा भानु अवश्थी ने बताया कि मेडिकल कालेज की चिकित्सकों की टीम दिनरात एक करके कोरोना से गंभीर रूप से संक्रमित रोगियों का उपचार कर रही है। उन्होंने बताया कि मई माह में डा राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कालेज टांडा में कोविड से संक्रमित 901 रोगी उपचार के लिए भर्ती किए गए जिनमें से 600 रोगी कोरोना से स्वस्थ होकर घर वापिस गए हैं इसी तरह से अप्रैल माह में 589 कोविड रोगी भर्ती हुए थे जिनमें से 424 रोगी ठीक हुए हैं।
उन्होंने बताया कि मार्च माह में 147 रोगी उपचार के लिए भर्ती हुए जिनमें से 120 रोगी स्वस्थ होकर वापिस घर लौटे हैं इसी तरह से फरवरी माह में कोविड के 60 रोगी भर्ती हुए जिनमें से 27 रोगी स्वस्थ हुए हैं जनवरी माह में कोविड के साठ रोगी भर्ती हुए जिनमें से 45 रोगी स्वस्थ होकर घर लौटे हैं।
प्रिंसिपल डा भानु अवश्थी ने कहा कि डा राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कालेज में अधिकांश कोविड रोगी विभिन्न जिलों से रेफर होकर आते हैं जिनमें से कई रोगियों में संक्रमण की स्थिति भी अति गंभीर रहती है ऐसे सभी रोगियों की उचित देखभाल के लिए टांडा मेडिकल कालेज में विशेषज्ञ चिकित्सकों की देखरेख में उपचार किया जाता है तथा स्वास्थ्य मापदंडों की पूरी मॉनिटरिंग भी सुनिश्चित की जाती है।
उन्होंने कहा कि लोगों को कोविड प्रोटोकॉल का पूरा ध्यान रखते हुए सामाजिक दूरी, मास्क का उपयोग, हाथों को बार बार धोने के लिए तत्पर रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि खांसी, जुकाम इत्यादि के लक्षण होने पर तुरंत कोविड टेस्ट करवाना सुनिश्चित करें इसके साथ ही किसी भी स्तर पर घरेलू उपचार में समय व्यर्थ नहीं करें तुरंत चिकित्सकों के निर्देशों के अनुसार ही उपचार प्रारंभ करें ताकि संक्रमण को प्रारंभिक तौर पर ही फैलने से रोका जा सके।

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