आवाज ए हिमाचल
8 जनवरी। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चौथे टेस्ट मैच को लेकर अनिश्चितता के बादल मंडरा रहे हैं। कोरोना के नए मामले और सख्त क्वारंटीन नियमों की वजह से ब्रिस्बेन में 15 जनवरी से होने वाली सीरीज के आखिरी मुकाबले को लेकर अभी तक कुछ भी तय नहीं हो पाया।
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने इससे पहले गुरुवार को आधिकारिक तौर पर ब्रिस्बेन में क्वारंटीन नियमों में ढिलाई की मांग करते हुए क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को पत्र लिखा था। जबकि शुक्रवार को ब्रिस्बेन में कोरोना महामारी के नए स्ट्रेन मिलने से हड़कंप मच गया। नया मामले सामने आने के बाद क्वींसलैंड सरकार ने 72 घंटे का लॉकडाउन लगा दिया। लॉकडाउन शुक्रवार शाम छह बजे से सोमवार शाम छह बजे तक लागू रहेगा। यही नहीं ऐसी उम्मीद की जा रही है कि राज्य सरकार सुरक्षा नियमों में भी सख्ती लागू कर सकती है।
उधर भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सिडनी में तीसरा टेस्ट मैच जारी है, जिसकी समाप्ति के बाद दोनों ही टीमों को तय शेड्यूल के अनुसार 12 जनवरी को ब्रिस्बेन पहुंचना है। फिलहाल नियमों के मुताबिक खिलाड़ियों को कड़ी पाबंदी के साथ एक दिन होटल के कमरे में ही रहना होगा। वहीं स्थानीय सरकार ने यह भी संकेत दिए हैं कि अगर संक्रमण फैलता है तो वे लॉकडाउन को आगे बढ़ा सकते हैं। फिलहाल रिपोर्ट के मुताबिक ब्रिस्बेन के एक क्वारंटीन होटल का कर्मचारी ब्रिटेन के नए कोविड-19 स्ट्रेन से संक्रमित पाया गया, जिसकी वजह से सरकार को लॉकडाउन लगाना पड़ा।
बात करें दोनों क्रिकेट बोर्ड को तो बीसीसीआई ने गुरुवार को आधिकारिक तौर पर क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को पत्र लिखकर ब्रिस्बेन में क्वारंटीन नियमों में छूट की मांग की। बीसीसीआई ने ऑस्ट्रेलियाई बोर्ड से साफतौर पर कहा है कि दौरे से पहले हुई बात के अनुसार टीम इंडिया ने अनिवार्य क्वारंटीन अवधि पूरी की है और अब आगे वह दोबारा से ऐसा नहीं करेगी।
हालांकि बीसीसीआई द्वारा पत्र लिखने के बाद क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया भी सक्रिय हो गई है और चौथे टेस्ट मैच के आयोजन को लेकर क्वींसलैंड सरकार के संपर्क में है। ऑस्ट्रेलियाई बोर्ड ने राज्य सरकार को क्वारंटीन से जुड़ा सुझाव दिया है, जिसे वहां की सरकार मानने को तैयार है। इसमें खिलाड़ियों के लिए ब्रिस्बेन में एक अलग होटल बुक किया जाएगा, जहां जरुरी सुरक्षा प्रोटोकॉल अपनाए जाएंगे। हालांकि इसमें खिलाड़ियों को एक-दूसरे से मिलने और प्रैक्टिस की छूट होगी। यह मूल तौर पर सिडनी की तरह का ही प्रोटोकॉल होगा।