व्यवस्था परिवर्तन वाली सरकार ने जनता पर थोप दी महंगाई
आवाज़ ए हिमाचल
विक्रम चंबीयाल, धर्मशाला। प्रदेश में डिपो में मिलने वाली दालें महंगी करके प्रदेश की सुक्खू सरकार ने जनता को नए साल का तोहफा दिया है। व्यवस्था परिवर्तन की बात कहने वाली सरकार ने जनता को राहत देने के बजाय महंगाई थोप दी है। शुक्रवार को जारी प्रेस बयान में प्रदेश भाजपा प्रवक्ता राकेश शर्मा ने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार एक वर्ष के कार्यकाल में वैट लगाकर डीजल कीमतों में वद्धि कर चुकी है, जिसका सीधा असर आम जनता पर महंगाई के रूप में पड़ा है। इससे प्रदेश के लाखों राशन कार्ड उपभोक्ताओं को दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा व महंगाई की मार झेलनी पड़ेगी । उन्होंने यह भी कहा की व्यवस्था परिवर्तन के नाम पर आज पहले से चलाई सभी व्यवस्थाओं को वर्तमान कांग्रेस सरकार ने बदल कर रख दिया है।
राकेश शर्मा ने कहा कि क्रस्ना लैब की देनदारी सरकार पर लंबित है, जिसके चलते लैब प्रबंधन ने प्रदेश में सेवाएं बंद कर दी हैं, जिसका खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ रहा है। सुक्खू सरकार न तो स्वास्थ्य सुविधाओं को संभाल पाई है, न ही सार्वजनिक क्षेत्र में महंगाई को रोक पाई है। सरकार द्वारा हिम केयर का पैसा भी निजी अस्पतालों को न देने के कारण कई अस्पतालों ने इलाज तक बंद कर दिया है। उन्होंने कहा कि सस्ती खाद्य वस्तुएं और स्वास्थ्य सुविधाएं, जनता की पहली जरूरत होती हैं, लेकिन वर्तमान सुक्खू सरकार यह सुविधाएं देने में नाकाम साबित हो रही है। व्यवस्था परिवर्तन का दम भरने वाली सुक्खू सरकार को सत्तासीन कर अब जनता खुद को कोस रही है तथा आगामी लोकसभा चुनावों में मुंहतोड़ जवाब देने का मन बना चुकी है।