आवाज ए हिमाचल
बबलू सूर्यवंशी, शाहपुर/धर्मशाला। चंडीगढ़ में एजेंट की धोखाधड़ी का शिकार हुई विधानसभा क्षेत्र शाहपुर की ग्राम पंचायत कुठारना निवासी पवना देवी के भाई ने आज भाजपा नेता कमल शर्मा के साथ हिमाचल प्रवास पर आए केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर से गगल एयरपोर्ट पर मुलाकात की और पवना देवी को सकुशल स्वदेश लाने की गुहार लगाई। इस दौरान केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि मोदी सरकार ऐसे कई समस्याओं को पहले भी हल कर चुकी है और इसका भी अति शीघ्र हल करके शाहपुर की बेटी पवना को जल्द भारत वापिस लाया जाएगा
इस दौरान कमल शर्मा ने बताया कि गत दिनों पवना के भाई रोहित कुमार ने उनसे मिलकर अपनी बहन के बारे में बताया था। रोहित ने बताया था कि उसकी बहन पवना देवी कुठारना जोकि दुबई चंडीगढ़ की एजेंट ने दुबई घरेलू नौकरी के लिए भेजी थी जिसे दुबई न ले जाकर ओमान में कहीं अनजान जगह गायब कर दिया है। उसकी बहन ऐजेंट की धोखाधड़ी का शिकार हुई है, जिसे भारत वापिस लाने में उसकी सहायता की जाए। इस पर कमल शर्मा ने तुरंत केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर से बात की और उनको मेल के माध्यम से विस्तार से लिखित भेजा जिस पर उन्होंने विदेश मंत्रालय को शीघ्र मेल के जरिए पवना का पता लगाने को कहा। उन्होंने बताया कि आज जब अनुराग ठाकुर हिमाचल प्रवास पर आए तो गगल एयरपोर्ट पर पवना के छोटे भाई रोहित के साथ उनसे मिलना हुआ। इस दौरान अनुराग ठाकुर ने जल्द से जल्द पवना को भारत वापिस लाने का आश्वासन दिया।
आपको बता दें कि इस मामले में कांगड़ा पुलिस ने धर्मशाला महिला पुलिस थाना में तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इसमें एजेंट महिला, एक युवती तथा एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। यह मामला पुलिस ने युवती पवना के भाई रोहित कुमार की शिकायत पर दर्ज किया है। इसमें रोहित ने आरोप लगाए हैं कि चंडीगढ़ निवासी श्रुति, मनप्रीत कौर और एक अज्ञात व्यक्ति ने उनकी बहन को दुबई की जगह ओमान में भेजा है। ओमान में युवती पवना फंस गई है और उसकी जान को भी खतरा है। भाई की शिकायत पर पुलिस ने एजेंट से धर्मशाला में पूछताछ भी की है। वहीं, विदेश मंत्रालय सहित दुबई और ओमान दूतावास से भी संपर्क किया गया है। एएसपी कांगड़ा बीर बहादुर के अनुसार मामले की जांच की जा रही है।
जानें पूरा मामला
शाहपुर विधानसभा के अंतर्गत कुठारना की पवना दुबई में नौकरी के लिए 16 दिसंबर को गई थी। दिल्ली में विमान में चढऩे के बाद उसने अपने भाई को वीडियो कॉल की थी, उसके बाद युवती का कोई सुराग नहीं लगा। 27 दिसंबर को परिवार को ओमान से अज्ञात नंबर से वॉयस मैसेज आया, जिसमें लडक़ी ने कहा कि उसे और 7-8 लड़कियों को ओमान ले जाया गया है और उनकी जान खतरे में है। लडक़ी ने कहा कि उसका पासपोर्ट और मोबाइल भी कुछ लोगों ने ले लिया है।