आवाज़ ए हिमाचल
नई दिल्ली। देश में महंगाई पर काबू पाने की कसरत कहें या फिर चुनावी मजबूरी, रसोई गैस की कीमतों में कटौती के बाद अब भारत सरकार पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कमी की तैयारी में है। इसके दो जगहों से संकेत मिल रहे है। पहला संकेत केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी की ओर से एक इंटरव्यू ने दिया गया है। वहीं, दूसरा संकेत ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट में मिला है। बता दें कि कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के बाद भी अब तक पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कोई राहत नहीं दी गई। मई 2022 के बाद से देश में फ्यूल की कीमत में कोई बदलाव नहीं किया गया है। केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने एक इंटरव्यू संकेत दिया था कि आने वाले दिनों में महंगाई से जूझ रही जनता को बड़ी राहत मिलने वाली है। केंद्र सरकार राज्य सरकारों को फ्यूल की कीमतें कम करने के प्रयास में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित कर रही है।
पेट्रोल और डीजल की कीमतों को कम करने के लिए तैयारी शुरू हो गई है। राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ सहित पांच राज्यों में इस साल की आखिरी तिमाही में चुनाव होने वाले है। इसके बाद 2024 की शुरुआत में आम चुनाव होंगे। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने तीसरे टर्म को लेकर पूरी कोशिश में लगे हुए है। इसको लेकर अर्थशास्त्रियों ने कहा कि महंगाई को कंट्रोल करने और रूरल इनकम को सपोर्ट करने के लिए और अधिक राजकोषीय उपायों पर चर्चा हो सकती है। माना जा रहा है चुनाव नजदीक आने पर पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कटौती की जाएगी।