आवाज़ ए हिमाचल
यशपाल ठाकुर, परवाणू। परवाणू भाजपा ने आगामी लोकसभा चुनावो को लेकर अभी से कमर कस ली है। पिछले दस दिनों के दौरान भाजपा परवाणू में तीन बड़े कार्यक्रम आयोजित कर चुकी है, जिनमे तीन अलग अलग सांसदों ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई है। चुनावो के मद्देनजर जहाँ भाजपा ने कार्यकर्ताओ को संगठित करने का कार्य शुरू कर दिया है, वही कांग्रेस में गुटबाजी थमने का नाम नहीं ले रही है। कांग्रेस पिछले छः महीनो से नगर परिषद में अविश्वास प्रस्ताव का मामला ही नहीं सुलझा पाई है। ऐसे में गुटबाजी के चलते कांग्रेस का कार्यकर्त्ता प्रदेश में सरकार होने के बावजूद निकल कर सामने नहीं आ रहा है। गौरतलब है की परवाणू में भाजपा ने एक के बाद एक तीन बड़े कार्यक्रम आयोजित कर दिए है। पहले राज्यसभा सदस्य डॉ सिकंदर ने परवाणू में कार्यकर्ताओ से बैठक की, उसके बाद शिमला से लोकसभा सदस्य सुरेश कश्यप ने परवाणू समेत पुरे कसौली निर्वाचन क्षेत्र का दो दिवसीय दौरा किया। इसके बाद यूपी से राज्यसभा सदस्य अनिल जैन ने परवाणू में कसौली मंडल के संयुक्त मोर्चा सम्मलेन को संबोधित किया। तीनो ही कार्यक्रमों में भाजपा भीड़ जुटाने में सफल रही है। उधर, कांग्रेस अभी तक नगर परिषद में अविश्वास प्रस्ताव का मामला ही नहीं सुलझा पायी है। नगर परिषद में लगभग छः महीने पहले छः पार्षदों ने नप अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव दे रखा है। छः माह से यह मामला अधर में लटका हुआ है। हाउस की मीटिंग न होने से लोगो के काम ठप्प पड़े है। इस से जनता में अच्छा सन्देश नहीं जा रहा, ऐसे में कांग्रेस लोकसभा चुनावो को लेकर कितनी गंभीर है, इसका सहज ही अंदाज़ा लगाया जा सकता है। इसके बारे में कसौली ब्लाक कांग्रेस के अध्यक्ष देवेन्द्र शर्मा से बात की गयी तो उन्होंने कहा की अविश्वास प्रस्ताव का मामला कांग्रेस का आंतरिक मामला है। इसे जल्द सुलझा लिया जाएगा। कांग्रेस लोकसभा चुनावो के लिए एकदम तैयार है। कांग्रेस परवाणू व मसूलखाना में इस बारे दो बैठके भी कर चुकी है।
उधर, प्रदेश के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री व पूर्व विधायक डॉ राजीव सैजल का कहना है की भाजपा केंद्र सरकार की नीतियों व योजनाओ के बूते जनता के बीच जाएगी। अविश्वास प्रस्ताव बारे उन्होंने कहा की जो पार्टी अपने परिवार की समस्या पिछले छः महीनो से नहीं सुलझा पा रही है, वो जनता की समस्याओ के प्रति क्या गंभीर होगी।