आवाज ए हिमाचल
8 जनवरी। बहुचर्चित फर्जी डिग्री मामले की जांच की हिमाचल प्रदेश पुलिस के डीजीपी संजय कुंडू ने समीक्षा की। बैठक में एसआईटी के सभी पदाधिकारी शामिल हुए। जांच अधिकारियों ने डीजीपी को अब तक की जांच की जानकारी दी। सूत्रों का कहना है कि डीजीपी अब तक की जांच से तो संतुष्ट थे, लेकिन एजेंटों की गिरफ्तारी को लेकर उन्होंने कई निर्देश दिए।
जांच में यह साफ हो गया है कि फर्जी डिग्री का सारा खेल एजेंटों के नेटवर्क की बदौलत होता था। यही एजेंट आगे सब एजेंटों के जरिये डिग्री के खरीदार तलाशते और फिर रकम लेकर उसे विश्वविद्यालय के अलग-अलग खातों में जमा करवाते है । चूंकि, एजेंट गिरफ्तार होंगे तो जांच के बाद कोर्ट में इस खेल को साबित करने के लिए अधिकारियों के पास साक्ष्य होंगे। ऐसे में अब एजेंटों के नेटवर्क को तोड़ने के लिए पूरी ताकत से काम करने को कहा गया है।