आवाज़ ए हिमाचल
अभिषेक मिश्रा, बिलासपुर
05 जनवरी।जिला बिलासपुर में पंचायती राज संस्थाओं के मतदान को सुचारू रूप से सम्पन्न करवाने के उद्देश्य से सामान्य चुनाव प्रक्रिया-2021 में नियुक्त किए गए पीठासीन/मतदान अधिकारियों वह कर्मचारियों को तीन चरणों में चुनाव प्रक्रिया के सम्बन्ध में गत् दिन दो सत्र में आॅनलाईन प्रशिक्षण करवाया है। यह जानकारी उपायुक्त रोहित जम्वाल ने दी।
उन्होंने बताया कि पंचायती राज संस्थाओं के सामान्य चुनाव में नियुक्त पीठासीन/मतदान अधिकारियों व कर्मचारियों को आॅनलाईन सफलता पूर्वक प्रशिक्षण सरकार द्वारा कोविड-19 से सम्बन्धित जारी सभी दिशा निर्देशो को ध्यान में रखकर किया गया है। उन्होंने बताया कि जिला बिलासपुर में मतगणना से सम्बन्धित सभी तैयारियां पूर्ण की जा चुकी है व जिला बिलासपुर हिमाचल प्रदेश का पहला ऐसा जिला है जहां चुनाव में नियुक्त पीठासीन/मतदान अधिकारियों व कर्मचारियों को आॅनलाईन प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
जिला स्तर पर आॅनलाईन प्रशिक्षण 10 बजे से 12 बजे तक तथा सायंकालीन सत्र 2 बजे से 4 बजे तक जिला अंकेक्षण अधिकारी (चुनाव-प्रशिक्षक) विनय शर्मा तथा पंचायत निरीक्षक विकास खण्ड सदर (सह-चुनाव प्रशिक्षक) विश्वनाथ शर्मा द्वारा सफलता पूर्वक प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
उपायुक्त ने बताया कि जिला में चुनाव हेतू नियुक्त समस्त अधिकारियों व कर्मचारियों को चुनाव प्रशिक्षण के दौरान आवश्यक दिशा-निदेश दिए गए तथा वैल्ट बाॅक्स चुनाव से तुरंत पहले खोलने व सील करने के बारे विस्तृत जानकारी प्रदान की गई।
उन्होंने बताया कि जिला के सभी विकास खण्डों (सदर, घुमारवीं, झण्डूता व श्री नैना देवी जी) के निर्वाचन अधिकारियों (पंचायत)/खण्ड विकास अधिकारियों द्वारा उपस्थिति सूचना के अनुसार 117 प्रशिक्षण केन्द्रों में पंचायती राज संस्थाओं के सामान्य चुनाव प्रक्रिया में नियुक्त 1958 में से 1945 पीठासीन/मतदान अधिकारियों व कर्मचारियों ने भाग लिया।
उन्होंने बताया कि सामान्य चुनाव प्रक्रिया में नियुक्त पीठासीन/मतदान अधिकारियों व कर्मचारियों को तीन चरणों में प्रशिक्षण करवाया जाना है जिसमें पहले चरण का प्रशिक्षण कोविड-19 के एसओपी को ध्यान में रखकर आॅनलाईन करवाया गया तथा शेष दो चरणों का प्रशिक्षण खण्ड स्तर पर निर्वाचन अधिकारियों/खण्ड विकास अधिकारियों के माध्यम से कोविड-19 के एसओपी को ध्यान में रखकर आॅफलाईन करवाया जाएगा।