आवाज़ ए हिमाचल
यशपाल ठाकुर, परवाणू। नगर परिषद परवाणू में पिछले चार महीनों से निर्वाचित पार्षदों व अध्यक्ष, उपाध्यक्ष के बीच चल रही खिंचतान थमने का नाम नहीं ले रही। शनिवार को एक मंच पर दिखे नगर परिषद के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष व पार्षदों के बीच जमकर बवाल मचा। इस दौरान अलग-थलग पड़ी अध्यक्ष व उपाध्यक्ष बैठक से वॉकआउट कर गईं।
गौरतलब है कि शनिवार को आईपीएच विभाग व नगर परिषद की एक संयुक्त बैठक बुलाई गई थी। इस बैठक के बाद नगर परिषद के मनोनीत पार्षदों व निर्वाचित पार्षदों ने अलग से बैठक की, जिसमें कार्यकारी अधिकारी भी उपस्थित रहे। हालांकि, यह नगर परिषद की ऑफिशियल बैठक नहीं थी। फिर भी इस बैठक का महत्त्व इसलिए था क्यूंकि कई महीनों बाद पार्षद एक मंच पर दिखाई देने से इनमें रायशुमारी होने की उम्मीद थी। अध्यक्ष, उपाध्यक्ष समेत पार्षद आपस में बैठे भी, लेकिन जैसे जैसे बैठक आगे बढ़ती रही पार्षदों व अध्यक्ष, उपाध्यक्ष के बीच तकरार भी बढ़ती रही। बैठक में किसी बात को लेकर तनातनी इतनी बढ़ गई कि अध्यक्ष व उपाध्यक्ष अलग-थलग पड़ गई। इसके बाद नप अध्यक्ष निशा शर्मा, उपाध्यक्ष सोनिया शर्मा बैठक से उठ कर चली गईं। पार्षदों ने उन्हें रोकने की कोशिश की लेकिन वे नहीं मानी और बैठक से वॉकआउट कर गईं। इस तरह दोनों पक्षों में आपसी सहमति होने की उम्मीद भी धूमिल हो गई।
बता दें कि जनवरी माह में नप अध्यक्ष व उपाध्यक्ष की कार्यप्रणाली से नाराज चल रहे छह पार्षदों ने डीसी सोलन को अविश्वास प्रस्ताव दे रखा है। इस तरह अध्यक्ष व उपाध्यक्ष हॉउस में अकेले पड़ गए हैं, जबकि शेष निर्वाचित पार्षद अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन में है। इस बीच हॉउस की दो बैठक बुलाई गई थी जो कोरम पूरा होने की वजह से नहीं हो पाई थी। इसके चलते पिछले चार महीनों ने नगर परिषद परवाणू के काम रुके पड़े हैं, जिसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है। स्थानीय विधायक भी इस मुद्दे को सुलझाने मे नाकाम साबित हो रहे हैं, जिस से यहाँ विकास कार्य प्रभावित हो रहे है।
उधर, इस बैठक बारे नप अध्यक्ष निशा शर्मा से बात की गई तो उन्होंने इस बारे कुछ भी कहने इंकार कर दिया। उन्होंने कहा कि यह पार्षदों का आंतरिक मामला है। यदि उन्हें कुछ कहना होगा तो वे खुद मीडिया से मुख़ातिब होंगी।
नाराज चल रहे पार्षदों का नेतृत्व कर रहे पार्षद ठाकुर दास शर्मा ने कहा की इस मामले को जल्द सुलझा लिया जाएगा। उन्होंने कहा की नगर परिषद के सभी पार्षद इस प्रयास में लगे हुए है। जल्द ही इस मामले का पटाक्षेप हो जाएगा व परवाणू विकास के पथ पर अग्रसर होगा।