आवाज़ ए हिमाचल
फतेहपुर। जब दैवीय विचारधारा को चोट पहुँचने लगती है और चारों ओर विद्वेष फैलने लगता है तो आसुरी सोच पर अपनी सत्ता सिद्ध करने के लिए भगवान् देश, काल और परिस्थिति के अनुसार अवतरित होते हैं। हिरण्यकश्यपु भौतिकवाद का प्रतीक है, उसे भगवान नृसिंह ने नर और सिंह के रूप में प्रकट होकर फिर से दैवीय साम्राज्य स्थापित किया।
इसी नृसिंह पुराण की दुर्लभ सत्संग कथा का आयोजन नादौन के पवित्र स्थान परम पूज्य मौनी बाबा कुटिया, फतेहपुर में 13 मई से 19 मई तक किया जा रहा है। कथा का समय एक बजे से 4 बजे तक सुनिश्चित किया गया है, जिसमें व्यास पूज्य स्वामी सदाशिव नित्यानन्दजी महाराज (ऋषिकेश हिमालय) होंगे। प्रातः 6 बजे से विष्णु पूजन तथा रात्रि 8 बजे से गीता बाल संस्कार शिविर आयोजित किया जाएगा, जिसके माध्यम से बच्चों को संस्कार प्रदान किए जाएंगे।