आवाज़ ए हिमाचल
शिमला। महंगे रसोई गैस सिलिंडर और खाद्य पदार्थों के बाद अब महंगे मसालों ने महंगाई का झटका दिया है। शिमला के बाजारों में मसालों की कीमतों में दो हफ्ते के मुकाबले काफी बढ़ोतरी देखी जा गई है। दो हफ्ते पहले जीरा 250 से 300 रुपये किलो था। अब इसकी कीमत होल सेल में 460 और रिटेल में 500 रुपये किलो तक है।
मीठी सौंफ, मेथी और अजवाइन सहित अन्य मसालों की कीमत में वृद्धि होने से लोगों जेब पर बोझ बढ़ गया है। लाल मिर्च साबुत और पाउडर 200 रुपये किलो से बढ़कर 400 रुपये तक पहुंच गया है। सूखे धनिये के दामों में भी उछाल आया है। दो हफ्ते पहले धनिया 160 रुपये किलो था। अब इसकी कीमत 250 रुपये तक पहुंच गई है।
80 रुपये किलो में बिकने वाली न्यूट्री 200 रुपये किलो में बिक रही है। हालांकि, चाय पत्ती के दामों में कुछ कमी आई है। दुकानदारों का कहना है कि मसालों में मिलावट के मामले भी ज्यादा बढ़ गए हैं। गंज बाजार के मसाला विक्रेता हनी सिंह ने बताया कि थोक में ही कीमतें बढ़ गई हैं। इससे उन्हें भी अधिक कीमत पर सामान बेचना पड़ रहा है।
अनाज मंडी एसोसिएशन के अध्यक्ष दीपक श्रीधर ने बताया कि मसालों की कीमतों में तेजी आई है। महंगे होते मसालों की वजह से इनकी डिमांड भी कम हुई है। अजवाइन अब 250 रुपये किलो तक पहुंच गई है।