व्यावहारिक ब्लूप्रिंट बनाकर विकास कार्यों को पहनाया जाए अमली जामा, मुख्यमंत्री की घोषणाओं को दी जाए प्राथमिकता
आवाज़ ए हिमाचल
विक्रम सिंह, धर्मशाला। जिला कांगड़ा के विकास को लेकर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा प्रस्तावित प्रमुख परियोजनाओं के क्रियान्वयन के लिए सभी विभाग बेहतर आपसी समन्वय से कार्य करें। उपायुक्त कार्यालय धर्मशाला में शुक्रवार को जिले में चल रहे तथा प्रस्तावित विकास कार्यों की समीक्षा के लिए जिला अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक में कृषि मंत्री प्रो. चन्द्र कुमार ने यह शब्द कहे। इस अवसर पर शाहपुर के विधायक केवल सिंह पठानिया, उपायुक्त कांगड़ा डॉ. निपुण जिंदल, पुलिस अधीक्षक कांगड़ा शालिनी अग्निहोत्री सहित सभी विभागों के जिला अधिकारी उपस्थित रहे।
कृषि मंत्री प्रो. चन्द्र कुमार ने जिले की सभी प्रमुख निर्माणाधीन और प्रस्तावित विकास परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा कर अधिकारियों को व्यवहारिक दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कांगड़ा को प्रदेश की पर्यटन राजधानी के रूप में विकसित करना मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का संकल्प है। उन्होंने कहा कि सरकार कांगड़ा के विकास के लिए करोड़ों की राशि व्यय करने जा रही है। उन्होंने कहा कि यह पैसा जनता का है तथा इसका उपयोग करने से पूर्व जिला प्रशासन और विभाग परियोजनाओं की व्यवहारिक रूपरेखा तैयार करें।
उन्होंने कहा कि कांगड़ा के विकास की परियोजनाओं को अमली जामा पहनाने के लिए अधिकारी प्रगतिशील रवैया अपनाकर कार्य करें। उन्होंने कहा कि कोई भी कार्य या परियोजना ऐसी न हो जो व्यावहारिक रूप में सफल न हो सकती हो। उन्होंने कहा कि अधिकारी पूरी तन्मयता से हर परियोजना का ब्लूप्रिंट बनाने से लेकर उसके कार्यान्वयन तक उसकी व्यावहारिकता को परखें।
कृषि मंत्री ने कहा कि ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने के बाद प्रदेश और कांगड़ा के लिए जो घोषणाएं की हैं, उन कार्यों को प्राथमिकता दी जाए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने प्रदेश को हरित राज्य बनाने के लिए प्रतिबद्धता जाहिर की है। उन्होंने कहा कि इसके लिए जिला कांगड़ा में इलेक्ट्रिक गाड़ियों के लिए चार्जिंग स्टेशन बनाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि जिले में इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन बनाने के लिए 93 स्थान चिन्हित किए गए हैं। उन्होंने परिवहन विभाग के अधिकारियों को इस दिशा में तेज गति से बढ़ने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने हर जिले में एक हेलीपोर्ट बनाने की प्रतिबद्धता जाहिर की है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने केवल पर्यटन राजधानी जिला कांगड़ा में दो हेलीपोर्ट बनाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने जिला कांगड़ा के धर्मशाला और पालमपुर में बनने वाले हेलीपोर्ट की प्रगति का संज्ञान लेते हुए इस कार्य को प्राथमिकता के आधार पर करने के निर्देश दिए।
प्रो. चन्द्र कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के रूप में एक संवेदनशील नेतृत्व प्रदेश को मिला है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की मर्मस्पर्शी दृष्टि के चलते प्रदेश में निराश्रितों के लिए सुखाश्रय कोष स्थापित करने के साथ उनकी देखभाल के कार्यों को बल दिया गया है। उन्होंने कहा कि इसी के तहत जिला कांगड़ा के मझीण में निराश्रितों के लिए एक सुंदर आश्रम बनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि इसके निर्माण के लिए मझीण में 125 कनाल भूमि का चयन कर लिया गया है। उन्होंने प्रशासन को इस कार्य को शीघ्रता से पूर्ण करने के निर्देश दिए।
उन्होंने इसके अलावा कांगड़ा एयरपोर्ट विस्तारीकरण, गोल्फ कोर्स, राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल, पर्यटन गांव, कन्वेंशन सेंटर, आइस स्केटिंग रिंक, बनखंडी में बनने वाले जूलॉजिकल पार्क और पोंग डैम क्षेत्र में पर्यटन गतिविधियों को विकसित करने से संबंधित कार्यों को जमीन पर लाने के लिए भूमि चयन, डीपीआर बनाने तथा विभिन्न अनुमति और अन्य औपचारिकताओं को लेकर वस्तुस्थिति की जानकारी ली।
उन्होंने निर्माणाधीन परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा करते हुए यह ब्योरा लिया कि जो कार्य चल रहे हैं वे कहां तक पहुंचे हैं। कितना कार्य पूर्ण कर लिया गया है। यदि कहीं कोई कार्य अटका है तो उसके क्या कारण हैं। इसके अलावा प्रस्तावित परियोजनाओं के लिए भूमि चयन तथा एफआरए व एफसीए के मामलों की वस्तुस्थिति क्या है।
इस अवसर पर विधायक शाहपुर केवल सिंह पठानिया ने भी अपने बहुमूल्य सुझाव देते हुए विकास कार्यों में जनहितों को ध्यान में रखने के निर्देश दिए।