सर्च ऑपरेशन में दरिया के अलावा गुज्जरों के डेरों एवं संवेदनशील स्थानों को बारीकी से खंगाला
आवाज़ ए हिमाचल
सुशांत वर्मा, पठानकोट। भारत-पाकिस्तान की अंतर्राष्ट्रीय सीमा से संलग्न महत्वपूर्ण कस्बा बमियाल के ब्लाक नरोट जैमल सिंह के गांव गुंगरा के निकट रावी दरिया में गत रात्रि ड्रोन की एक्टिविटी की सूचना मिलते ही पुलिस थाना नरोट जैमल सिंह की पुलिस द्वारा उक्त क्षेत्र की घेराबंदी कर दी गई और प्रात:काल जिला पुलिस प्रमुख हरकमलप्रीत सिंह खख के दिशा निर्देशानुसार डी.एस.पी (ऑपरेशन) सुखराज सिंह ढिल्लों के नेतृत्व में कमांडों टीम एवं जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ संयुक्त रूप में सर्च ऑपरेशन चलाकर दरिया एवं आसपास के एरिया का चप्पा-चप्पा खंगाला गया, किन्तु उक्त सर्च ऑपरेशन के दौरान किसी भी तरह से कोई भी संदिग्ध वस्तु नहीं मिली। वहीं उक्त घटनाक्रम की सूचना मिलते ही सुरक्षा एजेंसियां भी पूरी तरह से अलर्ट हो गई और उनकी ओर से भी उक्त जगह पर पहुंच कर छानबीन की गई।
जानकारी के अनुसार दरिया किनारे डेरे बनाकर रह रहे गुज्जर समुदाय के एक युवक जोकि गुंगरा में एक स्टोन क्रैशर पर काम करता है, की ओर से रात्रि करीब 8 बजे एक ड्रोन जैसी चीज हवा में उड़ती हुई देखी गई, जो करीब 5 मिनट के अंतराल में हवा में उड़ती हुई रावी दरिया की तरफ चली गई और उसके पश्चात उसे दिखाई नहीं दी। जिस पर उक्त युवक की ओर से उसकी बाबत अपने क्रशर मालिक को बताया गया, जिस पर उन्होंने इसकी सूचना थाना नरोट जैमल सिंह पुलिस को दी। जिस पर पुलिस ने रात्रि को ही दरिया की घेराबंदी करके छानबीन शुरू कर दी।
थाना प्रभारी अजविन्द्र सिंह ने बताया कि सीमावर्ती एरिया में ड्रोन की सूचना मिलते ही पुलिस द्वारा घेराबंदी कर दी गई थी और उक्त एरिया जम्मू-कश्मीर के साथ सटा होने के चलते इसकी सूचना जम्मू पुलिस से सांझा की गई और आज सुबह कमांडों टीम एवं जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ संयुक्त रूप में सर्च ऑपरेशन चलाकर दरिया, गुज्जरों के डेरों एवं अन्य संवेदनशील स्थानों को बारीकी से खंगाला गया, किन्तु उक्त सर्च ऑपरेशन में किसी भी तरह की कोई भी संदिग्ध वस्तु नहीं मिली है और उक्त हवा में उडऩे वाली वस्तु क्या थी, यह भी अभी तक क्लियर नहीं हो पाया है। उन्होंने कहा कि फिलहाल पुलिस इस मामले को गंभीरता से लेते हुए हर एंगल से जांच कर रही है और रावी दरिया के हर तरफ निगरानी रखी जा रही है ताकि कोई भी शरारती तत्व किसी प्रकार की गतिविधि को अंजाम न दे सके।