आवाज़ ए हिमाचल
अभिषेक मिश्रा, बिलासपुर। नव ज्योति सीनियर सेकेंडरी स्कूल में सरोजिनी नायडू की जयंती उनकी कविताओं का पाठ करके मनाई गई। प्रधानाचार्य डॉ. शालिनी शर्मा ने विद्यार्थियों को सरोजिनी नायडू के जीवन वृतांत से अवगत करवाया कि वह न सिर्फ एक प्रख्यात कवियित्री रही, बल्कि स्वतंत्रता संग्राम में अग्रणी भूमिका निभाने के चलते वह 1925 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की दूसरी महिला अध्यक्ष बनीं। उनकी कविताएं भावनाओं से ओतप्रोत रहती थी जिस कारण उन्हें नाइटिंगेल की संज्ञा भी दी गई। साथ ही उन्हें महत्वपूर्ण “केसर ए हिंद” की उपाधि भी दी गई थी। जिसे उन्होंने जलियांवाला कांड से व्यथित होकर लौटा दिया था।
प्रधानाचार्य ने बताया कि कविता व साहित्य के माध्यम से विद्यार्थी अपनी भावनाओं को बेहतर तरीके से प्रस्तुत करते हैं तथा भाषा को भी प्रभावी बना सकते हैं। आज विद्यार्थियों ने उनकी कविताओं का गौरव गान किया जोकि बेहद सराहनीय था उनकी मुख्य कविताएं जो सुनाई गईे उनमें” भारत देश है हमारा बहुत प्यारा” ” क्या यह जरूरी है कि मेरे हाथों में अनाज या सोने के महंगे उपहार हो ” “मैं सोच भी बदलता हूं नजरिया भी बदलता हूं , मिले ना मंजिल मुझे तो इसे पाने का जरिया भी बदलता हूं ” प्रमुख रहीं। उनकी और कविताओं का भी गान हुआ। प्रधानाचार्य ने मुख्य तौर पर हिंदी शिक्षिका सुश्री रीना कुमारी की प्रशंसा की तथा उन्हें सफल कार्यक्रम आयोजित करने के लिए उत्साहित किया इसके साथ ही प्रतिभागियों की भी खूब प्रशंसा की। प्रतिभागियों में कक्षा 7 से अंशिका तथा अक्षर कक्षा आठ से लक्षण या एवं आरती कक्षा 9 से रिट्यून जाए तथा आदित्य कक्षा 10 से भारती मन्नत प्रिंस एवं शिवांश कक्षा 6 से शिवांशी रोहन आदर्श दिव्यांश कार्तिक कार्तिकेय कक्षा 5 से जाह्नवी कक्षा चार से शहनाज कक्षा तीन से अंकुश एवं त्रिशा कक्षा दो से मानवीय अवनी मानसी अभय शांभवी भावना तथा अंश राज ने भाग लिया।