आवाज़ ए हिमाचल
यशपाल ठाकुर,परवाणू
15 जनवरी।परवाणू के सेक्टर एक में नगर परिषद परवाणू की अध्यक्ष निशा शर्मा के निवास स्थान को दर्शाते साइन बोर्ड के टूटने से क्षेत्र में बवाल मच गया है। नगर परिषद अध्यक्ष निशा शर्मा ने इसे शरारती तत्वों द्वारा जानबूझ कर किया गया कार्य बताया है तथा इसे लेकर उन्होंने पुलिस थाना परवाणू में अपनी शिकायत दर्ज करवाई है। यह घटना उस समय हुई है,जब नगर परिषद परवाणू के छह पार्षदों ने अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के विरोध में अविश्वास प्रस्ताव पेश किया है। साइन बोर्ड टूटना कोई साजिश है अथवा दुर्घटना, यह तो जांच के बाद ही पता चलेगा,लेकिन फ़िलहाल परवाणू में राजनीति गर्मा गई है।
यहा बता दे की कालका-परवाणू ओल्ड हाईवे पर शिवालिक होटल के नजदीक नप अध्यक्ष निशा शर्मा के निवास स्थान को दर्शाता साइन बोर्ड जमीन पर गिरा पाया गया। साइन बोर्ड एक एंगल पर वेल्डिंग करके लगाया गया था। उक्त साइन बोर्ड वेल्डिंग से टूट कर जमीन पर गिरा पाया गया,हालांकि ओल्ड हाईवे पर बोर्ड किसी वाहन आदि की टक्कर से भी गिरा हो सकता है, लेकिन नप अध्यक्ष ने आशंका जताई है कि यह किन्ही असामाजिक तत्वों की करतूत है। उन्होंने कहा कि जहा यह बोर्ड लगाया गया था,वहा किसी वाहन के इससे टकराने की कोई सम्भावना नहीं है। ऐसे में उन्होंने पुलिस थाना परवाणू में इस बारे अपनी शिकायत दर्ज करवा दी है।
अब यह दुर्घटना है या शरारत यह तो पुलिस की जांच में पता चलेगा लेकिन इस घटना के बाद परवाणू में राजनीति गर्मा दी है। पार्षदों द्वारा अविश्वास प्रस्ताव लाना व अगले ही दिन साइन बोर्ड का टूटना एक संयोग भी हो सकता है, लेकिन लोग इस पर तरह तरह की चर्चा कर रहे है।
इस बारे नगर परिषद अध्यक्ष निशा शर्मा का कहना है की यह जानबूझ कर की गई घटना है। उन्होंने पुलिस में अपनी शिकायत दे दी है।
परवाणू कांग्रेस के अध्यक्ष रविन्द्र गर्ग का कहना है कि इस कृत्य की जितनी भी निंदा की जाए वे कम है। उन्होंने कहा कि पुलिस इस मामले की जांच पड़ताल करके सच सामने लाए। कांग्रेस सरकार में ऐसे कृत्य बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे।
उधर, नगर परिषद के पूर्व अध्यक्ष ठाकुर दास शर्मा का कहना है कि सभ्य समाज में ऐसे कृत्य शोभा नहीं देते। यह बेहद निंदनीय है, ऐसे करके किसे लाभ हो सकता है। पुलिस इसकी जांच करके दोषियों को सामने लाए।
वही, थाना प्रभारी फूल चंद का कहना है कि इस बारे उन्हें शिकायत मिली है। आईओ को मौके पर भेजा गया है। मामले की जांच के बाद जो भी तथ्य सामने आएँगे उसके आधार पर आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।