आवाज़ ए हिमाचल
शिमला। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (एचपीयू) के यूजी बीएससी, बीए, बीकॉम प्रथम वर्ष के खराब रहे परीक्षा परिणाम पर प्रदेश भर में हो रहे विरोध प्रदर्शनों के बीच विवि प्रशासन ने विद्यार्थियों के लिए राहत भरा फैसला लिया है। पुनर्मूल्यांकन के लिए आवेदन करने वाले प्रथम वर्ष में फेल हुए विद्यार्थी पुनर्मूल्यांकन के नतीजे आने तक द्वितीय वर्ष की पढ़ाई जारी रख सकेंगे। इस संबंध में एचपीयू के कुलसचिव ने मंगलवार को अधिसूचना जारी कर दी है। एचपीयू के प्रति कुलपति ने ऐसे विद्यार्थियों को द्वितीय वर्ष की कक्षाएं जारी रखने की सशर्त अनुमति दी है। अधिसूचना में साफ किया गया है, जिन फेल विद्यार्थियों ने पुनर्मूल्यांकन के लिए आवेदन नहीं किया है, वे द्वितीय वर्ष की पढ़ाई जारी नहीं रख पाएंगे। वहीं, पुनर्मूल्यांकन का आवेदन करने वालों को बाकायदा शपथ पत्र में लिखकर देना होगा कि यदि वे पुनर्मूल्यांकन के नतीजों में फेल होते हैं, तो उन्हें वापस प्रथम वर्ष की पढ़ाई करनी होगी।
ईवीएस में फेल विद्यार्थियों को विवि दे सकता है राहत
यूजी प्रथम वर्ष में पर्यावरण विज्ञान (ईवीएस) में फेल हुए हजारों विद्यार्थियों को विवि प्रशासन बड़ी राहत दे सकता है। इस विषय को पढ़ाने वाला कोई शिक्षक न होने से विषय को पढ़ने वाले विद्यार्थियों को पेश आई दिक्कतों को ध्यान में रखते हुए विवि प्रशासन इन छात्रों को राहत देने पर विचार कर रहा है। विवि के अधिष्ठाता अध्ययन और खराब परीक्षा परिणाम की जांच कर रही कमेटी के अध्यक्ष प्रो. कुलभूषण चंदेल ने कहा कि इस मामले में प्रति कुलपति से बातचीत कर विद्यार्थियों के हित में कोई निर्णय लेने का प्रयास किया जा सकता है।
एचपीयू पहले ही दे चुका है कृपांक
यूजी प्रथम वर्ष के घोषित नतीजों में फेल हुए विद्यार्थियों को उनकी उम्मीद के मुताबिक शायद ही कोई कृपांक मिलें। जानकारी के अनुसार विश्वविद्यालय के परीक्षा विंग ने पहले ही परिणाम में सुधार लाने के लिए कोआर्डिनेंस में किए गए प्रावधानों के अनुसार कुल अंकों के एक प्रतिशत कृपांक इन विद्यार्थियों को दे दिए हैं। अब यदि विश्वविद्यालय फेल विद्यार्थियों को इसके अतिरिक्त कृपांक देना भी चाहेगा तो, उसे इस मामले को पहले विवि की कार्यकारिणी परिषद में ले जाने के बाद इसे अनुमति दिलवानी होगी।