आवाज़ ए हिमाचल
ब्यूरो, शिमला। हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनावों के अंतर्गत लागू की गई आदर्श आचार संहिता के दृष्टिगत गत 24 घंटों के दौरान 2.96 करोड़ रुपए की अवैध शराब जब्त की है। इस कड़ी में राज्य कर एवं आबकारी विभाग द्वारा 2 करोड़ 91 लाख 68 हजार 629 रुपए की 59067.328 लीटर अवैध शराब भी जब्त की गई। इसके अलावा पुलिस विभाग द्वारा प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर की गई नाकाबंदी के दौरान 1 लाख रुपए की नकदी तथा लगभग 4,17,766 रुपए की 1446.530 लीटर अंग्रेजी एवं देसी शराब तथा अवैध बीयर जब्त की गई। अब तक पुलिस, आयकर, उद्योग तथा कर एवं आबकारी विभागों द्वारा की गई संयुक्त नाकेबन्दी के दौरान कुल 31 करोड़ 25 लाख 91 हजार 542 रुपए की अवैध शराब, नकदी, नशीले पदार्थ आदि जब्त करने के अतिरिक्त जुर्माना वसूल किया गया है।
मंडी, ऊना, नूरपुर, कुल्लू, हमीरपुर, कांगड़ा में खूब हो रहा अवैध शराब का धंधा
प्रदेश में विधानसभा चुनावी संग्राम में मंडी, ऊना, नूरपुर, कुल्लू, हमीरपुर, कांगड़ा में अवैध शराब का खूब धंधा हो रहा है। आबकारी विभाग ने इन जिलों से 3 करोड़ रुपए की अवैध शराब पकड़ी है। वहीं प्रदेश के अन्य जिलों में भी अवैध शराब पकड़ी जा रही है। आबकारी विभाग ने प्रदेश के विभिन्न स्थानों में आबकारी अधिनियम के अंतर्गत कार्रवाई करते हुए पिछले 24 घंटों में प्रदेश में अलग-अलग जिलों में भारी मात्रा में शराब को कब्जे में लिया है। राज्य कर एवं आबकारी आयुक्त यूनुस ने बताया कि विधानसभा चुनावों के दृष्टिगत शराब की बिक्री, भंडारण को लेकर विभाग सख्त कार्रवाई कर रहा है। शराब की दुकानों एवं थोक विक्रेताओं के परिसरों में निरीक्षण करते हुए 7901 शराब की पेटियां कब्जे में ली गई हैं जिनकी कीमत लगभग 3.12 करोड़ है। उन्होंने कहा कि आबकारी अधिनियम एवं अन्य नियमों की उल्लंघना में मंडी, ऊना, नूरपुर, कुल्लू, हमीरपुर, कांगड़ा में यह कार्रवाई की गई है।
53594 लीटर अवैध कच्ची शराब की नष्ट
यूनुस ने कहा कि अवैध तथा कच्ची शराब के खिलाफ अभियान में पिछले 24 घंटों में टीमों ने प्रदेश में 53594 लीटर अवैध कच्ची शराब को नष्ट किया है और दोषियों के विरुद्ध आबकारी अधिनियम के अंतर्गत कार्रवाई करते हुए प्राथमिकी दर्ज की गई है। आयुक्त ने बताया कि प्रदेश में चुनावों के दौरान मतदाताओं को लुभाने के लिए शराब का वितरण न हो, इसके लिए विभागीय अधिकारी एवं कार्यबल टीमें अपने परिधि इलाकों में सजगता से अपने दायित्वों को निभा रहे हैं। सीमावर्ती क्षेत्रों में पड़ोसी राज्यों के नोडल अधिकारियों के साथ संयुक्त नाके लगा कर शराब के अवैध कारोबार पर कड़ी नजर रखी जा रही है।