कोर्ट ने तीनों आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा
आवाज़ ए हिमाचल
देहरादून। उत्तराखंड के अंकिता भंडारी हत्याकांड के मुख्य आरोपी पुलकित आर्य के पिता विनोद आर्य और भाई अंकित आर्य को भाजपा ने तत्काल प्रभाव से पार्टी से निष्कासित कर दिया है। साथ ही अंकित आर्य को उत्तराखंड अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग के नामित उपाध्यक्ष पद से तत्काल प्रभाव से हटा दिया है। उत्तराखंड बीजेपी के प्रदेश महामंत्री राजेंद्र सिंह बिष्ट के नाम से जारी पत्र में कहा गया है कि प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने अंकिता की हत्या का संज्ञान लेते हुए डॉ. विनोद आर्य और उनके बेटे अंकित आर्य निवासी हरिद्वार को भारतीय जनता पार्टी से तत्काल प्रभाव से निष्कासित किया है।
विनोद आर्य उत्तराखंड माटी कला बोर्ड के अध्यक्ष रह चुके हैं। पार्टी के मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान ने शनिवार को बताया कि प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष महेंद्र भट्ट के आदेश पर विनोद आर्य और अंकित आर्य के खिलाफ ये कार्रवाई की गई है। इससे पहले सुबह रिसेप्शनिस्ट का शव चीला नहर से बरामद हुआ था।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ट्वीट कर कहा कि आज सुबह बेटी अंकिता का पार्थिव शव बरामद कर लिया गया। इस हृदयविदारक घटना से मन अत्यंत व्यथित है। उन्होंने कहा कि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने हेतु पुलिस उपमहानिरीक्षक पी रेणुका देवी जी के नेतृत्व में एसआईटी का गठन कर इस गंभीर मामले की गहराई से जांच के आदेश दे दिए हैं।
एक दिन पहले शुक्रवार को पुलकित आर्य, रिजॉर्ट के प्रबंधक सौरभ भास्कर और सहायक प्रबंधक अंकित गुप्ता को लड़की की हत्या करने और शव चीला नहर में फेंकने का अपराध स्वीकार करने के बाद गिरफ्तार कर लिया गया था। वहीं पुलिस ने बताया कि कोटद्वार की एक कोर्ट ने तीनों आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। सोमवार की सुबह उसके माता-पिता द्वारा लड़की को उसके कमरे में नहीं मिलने के बाद राजस्व पुलिस चौकी में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई गई थी।