परवाणू में डेंगू ने तोड़े सारे रिकॉर्ड; दिन-प्रतिदिन बढ़ रहे मामले, आंकड़ा 1226 से पार  

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आवाज़ ए हिमाचल 

अमित ठाकुर, परवाणू। औधोगिक शहर परवाणू व इसके आस-पास के इलाकों में अब दिन-प्रतिदिन डेंगू के मामले बढ़ने से स्वास्थ्य विभाग ने भी डेंगू की रोकथाम  के लिए जहां आशा कार्यकर्ताओं ने शहर में घर-घर जाकर डेंगू फैलने के कारणों की छानबीन तेज कर दी है वहीं स्वास्थ्य विभाग धर्मपुर ने अपनी टीमों को परवाणू में तैनात कर दिया है, जो लोगों को डेंगू फैलने के कारणों व इससे बचने की सावधानियों के बारे में जागरूक करने का अभियान चला रखा है, परन्तु फिर भी आंकड़े हर रोज़ बढ़ रहे हैं। वीरवार को टोटल टेस्ट 50 किये, जिसमें 19 डेंगू के मामले पॉजिटिव आए, जिसमें परवाणू और आस-पास के क्षेत्रों से 15 व साथ लगते कालका सहित अन्य क्षेत्र से 4 मामले दर्ज किए गए। इसी के साथ कुल मामलों की टोटल संख्या 1226 हो चुकी है।

इसके चलते परवाणू नगर परिषद ने भी शहर में फोगिंग व दवाई का छिडक़ाव तेज कर दिया है, जिसके लिए फोगिंग व दवाई के छिडक़ाव के लिए 11 टीमों का गठन करके सभी 9 वार्डों में टीमें तैनात कर दी है। शहर में डेंगू फैला हुआ है, परन्तु नप पार्षद स्थिति को सुधारने की बजाए गुजरात चले गए हैं, जिस पर पार्षदों की जनता के प्रति क्या जिम्मेदारी है और जनता के हितों को लेकर पार्षदों की क्या कार्यप्रणाली है उस पर सवालिया निशान लग गया है।

गौरतलब है कि डेंगू के बढ़ते मामलों को लेकर सम्बंधित विभागों के ऊपर दबाव भी बहुत बढ़ गया है और जनता द्वारा सम्बन्धिक विभागों के ऊपर प्रश्न चिन्ह लगने भी शुरू हो गए हैं। लोगों का कहना है कि डेंगू की समस्या आज नहीं पैदा हुई अपितु कई वर्षों से बरसात के मौसम मैं अक्सर होती है और इसके बारे मैं संबंधित विभागों को अच्छे से पता है फिर भी आज तक लापरवाही से काम लिया गया। नगर परिषद् हो या स्वास्थय विभाग दोनों को चाहिए के वह अपने कम्युनिटी हाल में मेडिकल चेकअप व टेस्ट के लिए बाहर से डॉक्टरों को चयनित करके दो काउंटर लगाए साथ ही शहर के सामाजिक संस्थाओं द्वारा चलाई जा रही लैब से संपर्क करके नप कमिनियुटी हॉल में ही लैब बनाएं, ताकि लोगों को अतिरिक्त सुविधा प्राप्त हो सके। शहर में नियम के अनुसार दवाई का छिड़काव लगातार होना चाहिए। परवाणू के सरकारी विभाग और उनकी कार्यशैली हमेशा ही संदेह के घेरे में रही हैं न तो उचित व्यवस्था के तहत काम किया जाता है और न ही ग्राउंड ज़ीरो की प्लानिंग की जाती है।

डेंगू की रोकथाम के लिए सभी विभागों को एक साथ काम करने की आवश्यकता: डॉ. कविता 

ब्लॉक मेडिकल आफिसर धर्मपुर डॉ. कविता शर्मा ने बताया की परवाणू व इसके आसपास के इलाके में डेंगू के मामले हर रोज़ बढ़ रहे हैं, परन्तु जितने बढ़ रहे हैं उससे अधिक मरीज़ ठीक भी हो रहे हैं। डा. कविता ने कहा कि अब तक लगभग 1200 का आंकड़ा पर हो चुका है। 7 जुलाई से स्वास्थय विभाग की सभी टीमें परवाणू में तैनात हैं, जोकि लोगों को डेंगू और वाइरल फीवर से बचने और रोकथाम बारे जागरूक कर रही है।

उन्होंने बताया कि परवाणू अस्पताल में भी फिलहाल ओपीडी में मरीज़ों की संख्या घटी है जो राहत की बात है। डेंगू की रोकथाम के लिए परवाणू के सभी विभागों को एक साथ काम करने की आवश्यकता है, जिसमें पुलिस विभाग भी स्वास्थ्य विभाग की मदद करे तभी इस परिस्थिति पर नियन्त्र पाया जा सकता है। इसके साथ-साथ बार्ड मेम्बरों से भी आग्रह किया गया है कि वह अपने अपने बार्ड के लोगों को घरों में सफाई व पानी इकठा न होने देने के बारे में हर रोज़ जागरूक करें।

क्या कहते हैं नप सेनेटरी इन्स्पेक्टर 
सेनेटरी इन्स्पेक्टर करमचंद वर्मा ने बताया की शहर तेजी से बढ़ते डेंगू के मामलों को देखते हुए शहर में फोगिंग और दवाई के छिडक़ाव के लिए 11 टीमें हर समय कार्यरत हैं और स्वास्थय विभाग के साथ मिलकर लोगों को जागरूक करने का कार्य किया जा रहा है। जहां कहीं भी गड्ढे भरे हुए होने या कोई सीवरेज चेंबर लिक करने की सूचना मिलती है उसे एक अलग टीम द्वारा मौके पर जाकर ठीक कर दिया जाता है।

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