आवाज़ ए हिमाचल
ब्यूरो,परवाणू
29 अगस्त।औद्योगिक नगरी परवाणू में डेंगू ने इस बार अपने सारे पिछले रिकॉर्ड तोड़ कर रख दिए है। हालत यह हो गई है कि परवाणू के लगभग हर घर में डेंगू का कोई न कोई मरीज है। कई घर तो ऐसे है जहां परिवार का हर सदस्य डेंगू की बीमारी से ग्रस्त है। सरकारी आंकड़ो की बात करें तो इस समय परवाणू में डेंगू के मरीज 1300 का आंकड़ा छू चुके है। यह तो महज सरकारी आंकडे है,जबकि असलियत में यदि प्राइवेट हॉस्पिटल में इलाज कर रहे लोगों की संख्या जोड़ दी जाए तो इस समय परवाणू के लगभग 3000 से 3500 लोग डेंगू व अन्य जल जनित रोगों से ग्रस्त है। आलम यह है की ईएसआई परवाणू में एक बेड पर दो दो मरीज एडजस्ट करने पड़ रहे है। उधर, लगातार हो रही बरसात ने हालत और बिगाड़ दिए है। परवाणू में सड़कों व नालियों की अव्यवस्था के चलते जगह जगह बरसाती पानी इकठ्ठा हो रहा है, जोकि डेंगू के मच्छरो के पनपने का कारण बन रहा है।
बता दे की औद्योगिक नगरी परवाणू इस समय डेंगू व अन्य जलजनित रोगों से जूझ रही है। डेंगू जैसी बीमारी परवाणू के लगभग हर घर में पहुच गई है। ईएसआई कार्ड धारको व गरीबो के इलाज के प्रमुख स्त्रोत ईएसआई अस्पताल परवाणू में तो आलम यह है की एक बेड पर दो दो मरीजों को एडजस्ट करना पड़ रहा है। ईएसआई अस्पताल परवाणू में रविवार तक एन्जाईमा टेस्ट से 499 जबकि आरएटी (रैट) से 800 मरीजों को डेंगू होने की पुष्टि हो चुकी है। सोमवार को 17 और मरीजों के टेस्ट डेंगू पॉजिटिव आए है। इस तरह सरकारी आंकड़ा ही 1300 की संख्या पार कर गया है, जबकि इसके अलावा इस से भी बड़ी संख्या में लोग प्राइवेट क्लिनिक्स व हॉस्पिटलस से अपना इलाज करवा रहे है।
हालांकि नगर परिषद परवाणू द्वारा प्रतिदिन नगर के इलाकों मे फॉगिंग व स्प्रे की जा रही है परन्तु फिर भी डेंगू थमने का नाम नहीं ले रहा। पिछले वर्ष की अपेक्षा स्प्रे व फॉगिंग करने की प्रक्रिया भी इस वर्ष विलम्भ से शुरू हो पाई, यह भी डेंगू फैलने का एक कारण रहा है। फिलहाल डेंगू से निपटने मे स्वास्थ्य विभाग को एड़ी चोटी का जोर लगाना पड़ रहा है।
इस बारे डॉ कविता शर्मा से बात की गई तो उन्होंने बताया की परवाणू में डेंगू के मरीजों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है, हालांकि उन्होंने बताया की स्थिति नियंत्रण में है व स्वास्थ्य विभाग अपने स्तर पर हर प्रयास कर रहा है। उन्होंने लोगो से अपील की है की वे डेंगू व अन्य जलजनित रोगों से बचने के लिए उचित सावधानी बरते।