लोग बोले- जल्द सड़क की हालत नहीं सुधारी तो धरने पर बैठने को होंगे मजबूर
आवाज़ ए हिमाचल
तरसेम जरयाल, बोह। धारकंडी की रिडकमार-बोह सड़क की अनदेखी के लिए लोक निर्माण विभाग की ढीली कार्यप्रणाली से हजारों लोग परेशान हैं। रिडकमार बोह रुलहेड में लगभग तीन पंचायतों से 5 हजार से अधिक आबादी है, जिसमें सैकड़ों लोग रोजाना यहाँ से सफर करते हैं। सड़क की हालात इतनी खस्ता है, जिसको शब्दों में भी बयां नहीं किया जा सकता।
पिछले 4 दिनों से सरकारी व निजी बसें सड़क की खराब दुर्दशा को देखते हुए रिडकमार से ही वापिस जा रही हैं, जबकि लोगों को यहाँ से 7 किलोमीटर का पैदल सदर तय कर बोह पहुंचना पड़ रहा है।
उप प्रधान पपू राम का कहना है कि डिब्बा में पिछले कई बर्षों से डंगे लगाने की मांग की जा रही थी लेकिन संबंधित विभाग और जिला प्रशासन के कान में जूं तक नही रेंगी, जिस वजह से आज लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही है।
यहां के लोगों ने लोक निर्माण विभाग पर गुमराह करने का आरोप लगाते हुए सड़कों पर उतरने का एलान कर दिया है।
गौर रहे कि बोह-रिडकमार सड़क की दशा पिछले कई सालों से दयनीय बनी हुई है, लेकिन लोक निर्माण विभाग आंखे मूंदे बैठा है। यह सड़क दर्जन गांवों के हज़ारों लोगों को सुविधा प्रदान करती है, लेकिन विभागीय अनदेखी के चलते इसकी स्थिति काफी खराब है। बोह हादसे के दौरान खराब हुई सड़क में भी न तो पुली डाली गई और न ही उसे छुआ गया। यहां की जनता का इससे बड़ा दुर्भाग्य और क्या हो सकता है।
पर्यटकों को भी करना पड़ रहा भारी दिक्कतों का सामना
यहाँ मौजूद ख़बरू झरना (जो धार्मिक स्थल है) में हजारों श्रद्धालु जन्माष्ठमी में पवित्र स्नान करने आते हैं, लेकिन सड़क की दशा खराब होने के चलते स्थानीय लोगों संग बाहर से आने वाले पर्यटकों को भी भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीण कई दफा इस बारे लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों से गुहार लगा चुके हैं, लेकिन हर बार केवल आश्वाशन ही मिलता है। ग्रामीणों ने साफ किया है कि अगर जल्द बोह-रिडकमार सड़क की दशा नहीं सुधारी गई तो वह विभागीय कार्यालय के बाहर धरना देगें।