पिछले 8 दिनों से पेयजल को तरस रहे टिपरा गाँव के बाशिंदे

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हैंडपम्प भी पिछले 5 महीनों से ख़राब

आवाज ए हिमाचल

सुमित शर्मा, परवाणू। हरियाणा के कालका से प्रवेश करने पर हिमाचल सीमा पर स्थित टिपरा गाँव के बाशिंदे पिछले लगभग 8 दिनों से पानी की बूँद-बूँद को तरस रहे हैं। पिछले आठ दिनों से टिपरा गाँव के नलों में एक बूँद पानी भी नहीं टपका है।
आलम यह है की यहाँ लगा हैंडपम्प भी पिछले 5 महीनों से ख़राब पड़ा है। स्थानीय निवासी कई बार विभाग से इस बाबत शिकायत कर चुके हैं, लेकिन गांववासियों की समस्या का कोई समाधान नहीं निकल पाया है।

गौरतलब है की पहले ही कई समस्याओं से जूझ रहे टिपरा गांव के लोगो को अब पेयजल जैसी मूलभूत सुविधा से ही जूझना पड़ रहा है। पिछले 8 दिनों से यहाँ के लोग पानी के लिए मारे-मारे फिर रहे हैं। यूँ तो पूरा टिपरा गाँव ही इस समय पेयजल की समस्या से जूझ रहा है, लेकिन शिव मंदिर के आसपास रह रहे लोगों को तो बूँद-बूँद के लिए तरसना पड़ रहा है। शेष टिपरा के लोग तो टैंकर के जरिए पानी मंगाकर अपनी जरुरत पूरी कर रहे है लेकिन शिव मंदिर के आसपास रह रहे लोग तो रास्ता न होने से टैंकर भी नहीं मंगवा पा रहे हैं। ऐसे में उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। पहले पानी न आने पर हैंडपम्प के जरिए जरुरत पूरी हो जाती थी, परन्तु हैंडपम्प ख़राब हुए भी 5 महीने हो चुके है।

 

‘तेज बरसात में बह गई हैं पानी की पाइपें, इसलिए ठप्प पड़ी है आपूर्ति’

उधर, इस बारे आईपीएच विभाग के एसडीओ भानु उदय से बात की गई तो उन्होंने बताया की तेज़ बरसात के चलते पाइपें बहने से टिपरा में पेयजल आपूर्ति ठप्प है। इस पर काम जारी है और जल्द से जल्द पेयजल आपूर्ति शुरू किए जाने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा की पानी का लेवल कम होने के चलते हैंडपम्प में पानी नहीं आ पा रहा है। इसके लिए भी जरुरी कदम उठाए जाएंगे।

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