आवाज़ ए हिमाचल
ब्यूरो,पलवल
02 अगस्त।युवा इंटक के राष्ट्रीय चेयरमैन संजय गाबा का मानवीय चेहरा एक बार फिर सामने आया है।कोरोना काल से असहाय व जरूरतमंद लोगों को मदद करते आए संजय गाबा ने इस बार एक गरीब महिला के लिए फरिश्ता बनकर इंसानियत का रिश्ता निभाया है।दरअसल,हरियाणा के पलवल में एक गरीब व विधवा महिला लोगों के घरों से कूड़ा कर्कट उठाकर अपना व अपने बच्चों का पेट पालती थी।यह सारा कार्य महिला अपने साइकल रिक्शा से करती थी,लेकिन चोरों ने इस रिक्शे पर ही हाथ मार लिया।रिक्शा चोरी होने से महिला पर मानो दुखों पहाड़ टूट पड़ा।इस बारे जब युवा इंटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय गाबा को जानकारी मिली तो वे बिना कुछ सोचे तुरंत महिला की मदद के लिए निकल पड़े।संजय गाबा ने महिला को अपने खर्च पर रिक्शा खरीद कर दिया।रिक्शा मिलने के बाद महिला को न केवल बड़ी राहत मिली,बल्कि भूखे बच्चों का पेट भरने का जरिया भी मिल गया।संजय की इस मुहिम में पंकज विरमानी, पिंद्रवीर व जयसिंह ने पूरा साथ दिया।यहां बता दे कि संजय गाबा हर समय गरीब व जरूरतमंद लोगों की मदद को आगे रहते है।उन्होंने कोरोना समय में भी लोगों की मदद कर भोजन सहित अन्य चीजे उपलब्ध करवाई।
संजय गाबा मजदूरों के लिए भी हर मंच पर लड़ते नजर आते है।संजय ने कहा कि पलवल में गरीब विधवा महिला जो घरों का कूड़ा कचरा रिक्शा पर उठा कर अपना और बच्चे का पेट पालती थी।किसी ने इस गरीब का रिक्शा चोरी कर लिया।उन्हें इस बारे जानकारी मिली तो उन्होंने तुरंत इस महिला को एक रिक्शा दिलवाया।
इनकी दुआ से जो ताकत मिली है उसका किसी शब्द में बयान नहीं किया सकता।