आवाज़ ए हिमाचल
पटना, 16 जून। केंद्र सरकार द्वारा सेना भर्ती के लिए लाई गई अग्निपथ योजना का देश भर में जमकर विरोध हो रहा है। इस योजना को लेकर देश के कई राज्यों में बवाल बढ़ता जा रहा है। इसका सबसे ज्यादा विरोध बिहार में हो रहा है। बिहार में आज दूसरे दिन भी विरोध प्रदर्शन जारी रहा।
बुधवार को बिहार के कई इलाकों में युवाओं द्वारा आगजनी और पत्थरबाजी की गई। आज भी बिहार के जहानाबाद, बक्सर आरा, सहरसा, नवादा और मुंगेर में युवाओं ने बवाल किया है। युवाओं ने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और ट्रेनों को भी निशाना बनाया।
युवाओं ने कई स्टोशनों पर ट्रेनों को रोक दिया है। युवाओं ने कुछ टायरों में भी आग लगा दी। कई जगहों पर यात्री ट्रेनों में आग लगने की घटनाएं सामने आई हैं। युवाओं द्वारा रेलवे पटरियों और नेशनल हाइवे पर उग्र प्रदर्शन किया जा रहा है। इससे ट्रेन सेवाएं बुरी तरह से प्रभावित हो रही हैं। जबकि, कई जगहों पर नेशनल हाईवे पर भी प्रदर्शन किया गया है, जिस कारण वहां यातायात व्यवस्था चरमरा गई है।
प्रदर्शन कर रहे युवाओं का कहना है कि वे इस बात से हताश हैं कि फिजिकल क्लीयर होने के बावजूद दो साल से सेना ने उनको भर्ती नहीं किया है। वहीं, अब सरकार इसी बीच नई स्कीम लेकर आ गई है। वहीं, गुरुग्राम में भी युवाओं ने अग्निपथ स्कीम के विरोध में दिल्ली-जयपुर हाईवे को जाम कर दिया है। युवाओं का कहना है कि पिछले तीन साल से फौज में भर्ती नहीं की गई है और अब सिर्फ चार साल की भर्ती की जाएगी। ये गलत है।
बता दें कि केंद्र सरकार द्वारा भारतीय सेना में पहली बार ऐसी कोई स्कीम लॉन्च की गई है। इस स्कीम के तहत सैनिकों को शॉर्ट टर्म के लिए भर्ती किया जाएगा। योजना के तहत हर साल 40 से 45 हजार युवाओं को सेना में शामिल किया जाएगा। इन युवाओं की उम्र साढे 17 साल से 21 साल के बीच होगी। ये भर्तियां मेरिट और मेडिकल टेस्ट के आधार पर की जाएंगी।
इन चाल साल में सैनिकों को 6 महीने की बेसिक मिलिट्री ट्रेनिंग दी जाएगी और 30 से 40 हजार तक मासिक वेतन दिया जाएगा। इसके बाद चार साल पूरे होने को बाद इन सब अग्नि वीरों की सेवा समाप्त हो जाएगी और फिर नई भर्तियां की जाएंगी। वहीं, सेव्त होने वाले 25 फीसदी अग्निवीरों को स्थायी काडर में भर्ती किया जाएगा।