आवाज़ ए हिमाचल
ऊना, 30 मई। विदेशों में तेजी से फैल रहे मंकी पॉक्स संक्रमण से बचाव के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय ने अलर्ट जारी किया है। जिला स्तर पर आइसोलेशन वार्ड बनाने को कहा है। विदेश से आने वाले लोगों पर भी नजर रखी जाएगी। हालांकि, अभी हिमाचल में इसका कोई मामला सामने नहीं आया है। ऊना जिले में भी एहतियातन तैयारियां शुरू कर दी हैं।
स्वास्थ्य निदेशालय से मिले निर्देशों के बाद मंकी पॉक्स संक्रमण को लेकर सभी स्वास्थ्य खंड अधिकारियों को तैयारी रखने और सतर्क रहने के निर्देश जारी किए गए हैं। जिला स्तर पर अलग से आइसोलेशन वार्ड बनाने के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। स्वास्थ्य विभाग ने जिले के सभी खंड स्वास्थ्य अधिकारियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं।
कोरोना के बाद मंकी संक्रमण कई देशों में दस्तक दे चुका है। इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग ने अधिसूचना जारी की है। इसके माध्यम से लोगों से सजग और सतर्क रहने को कहा गया है। पिछले 21 दिन में मंकी पॉक्स के संक्रमण मिलने वाले देश से यात्रा कर लौटने वालों की निगरानी करने के साथ उन्हें इससे बचाव के उपाय बताने के लिए कहा गया है।
इसके लिए 21 दिन पूर्व यूके, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा और अफ्रीकी देशों से लौटने वाले लोगों पर नजर रखने और मंकी पॉक्स के लक्षण दिखने पर तुरंत स्वास्थ्य विभाग से संपर्क करने के लिए कहा गया है। जिले में अगर मामले बढ़ते हैं तो खंड स्तर पर भी अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड बनाए जाएंगे।
मंकी पॉक्स संक्रमण की पुष्टि के लिए सैंपल की जांच पुणे (महाराष्ट्र) स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट वायरोलॉजी प्रयोगशाला में होगी। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मंजू बहल ने बताया कि मंकी पॉक्स को लेकर दिशा-निर्देश मिले हैं। अगर संक्रमण से संबंधित मामले आते हैं तो इसके लिए जिला स्तर पर आइसोलेशन वार्ड बनाने के लिए भी स्वास्थ्य विभाग के पास पूरी व्यवस्था है।